Jammu Kashmir: श्रीनगर में आवारा कुत्तों के हमले में पर्यटकों समेत 39 लोग घायल, स्थानीय लोगों ने दिया ये रिएक्शन
Srinagar Stray Dogs: स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से क्षेत्र में आवारा कुत्तों के बढ़ते खतरे के खिलाफ कार्रवाई की अपील की है. लोगों का कहना है कि कई होटलों की उपस्थिति के कारण कुत्तों की आबादी बढ़ी है.
Stray Dogs Attack in Srinagar: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आवारा कुत्तों ने पर्यटकों समेत कई लोगों पर हमला कर दिया. आवारा कुत्तों द्धारा हमला किए जाने के बाद 17 पर्यटकों समेत कम से कम 39 लोग घायल हो गए. श्रीनगर में स्मार्ट सिटी परियोजना की देखरेख कर रहे श्रीनगर नगर निगम (एसएमसी) के लिए एक शर्मनाक घटना है. स्थानीय लोगों ने कहा कि बुलेवार्ड के बुचवाड़ा क्षेत्र के घाट नंबर 5 पर आवारा कुत्तों ने हमला किया और 17 घरेलू पर्यटकों सहित कम से कम 39 लोगों को घायल कर दिया. घायलों को इलाज के लिए SMHS अस्पताल ले जाया गया. जहां लोगों को प्राथमिक उपचार देने के अलावा एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया गया. हालांकि किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोट नहीं आई है. SMHS अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कंवलजीत सिंह ने बताया कि 39 घायलों को शुक्रवार शाम अस्पताल लाया गया.
आवारा कुत्तों के हमले में 17 पर्यटकों समेत 39 लोग घायल
इस बीच स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से क्षेत्र में आवारा कुत्तों के बढ़ते खतरे के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है. कई भोजनालयों और होटलों की उपस्थिति के कारण कुत्तों की आबादी में भारी वृद्धि देखी गई है. उचित रूप से, पुनर्वास और कुत्तों की नसबंदी जैसी व्यापक आवारा पशु प्रबंधन नीति के अभाव में बढ़ती कुत्तों की समस्या ने ग्रीष्मकालीन राजधानी को अपनी चपेट में ले लिया है. श्रीनगर के अधिकांश इलाकों के निवासियों ने कहा कि हर नुक्कड़ पर सैकड़ों आवारा कुत्तों की मौजूदगी ने उनके लिए बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि इस समस्या से अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी इस पर लगाम लगाने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है.
आवारा कुत्तों से परेशान हैं स्थानीय लोग
स्थानीय लोगों का आरोप है कि शहर के इलाकों में सैकड़ों कुत्ते घूमते हैं. एसएमसी कह रही है कि वो कुत्तों की समस्या को लेकर बड़ा नसबंदी कार्यक्रम शुरू करेंगे, लेकिन अभी तक उन्होंने कुछ नहीं किया. जब तक इस खतरे को रोकने के लिए एक उचित तंत्र नहीं होगा, तब तक लोगों को परेशानी होती रहेगी. शहर के केंद्र और स्वास्थ्य केंद्रों और बाजारों जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर कुत्ते घूम रहे हैं. आवारा कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए हम अपने बच्चों को बाहर नहीं निकाल पा रहे हैं. फिलहाल इस घटना ने स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटन व्यापार से जुड़े लोगों को भी स्तब्ध कर दिया है क्योंकि आवारा कुत्तों द्वारा पर्यटकों पर हमले पर्यटकों के प्रवाह को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं. श्रीनगर नगर निगम के अनुमान के अनुसार, पिछले दो वर्षों में आवारा कुत्तों की संख्या एक लाख से अधिक है क्योंकि अधिकांश प्रयास कोविड -19 उपायों पर केंद्रित रहे.
ये भी पढ़ें: