जम्मू-कश्मीर: केंद्र शासित प्रदेश का दौरा करने के लिए विदेशी दूतों का एक जत्था श्रीनगर पहुंच गया है. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद चौथी बार घाटी में विदेशी मेहमान दौरे पर गए हैं. इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्य तौर पर अफ्रीकन, मध्य-पूर्व और यूरोपीय देशों के विदेशी राजनयिक शामिल हैं.
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जिला विकास परिषदों (डीडीसी) के नवनिर्वाचित सदस्यों, सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं, कुछ समाचार पत्रों के संपादकों, सिविल प्रशासन के अधिकारियों और सेना के जवानों सहित कई हितधारकों से मुलाकात करेंगे.
इससे पहले यूरोपीय देशों के प्रतिनिधिमंडल ने अक्टूबर 2019 में दो दिवसीय कश्मीर का दौरा किया था. इसके बाद पिछले साल 9 जनवरी 2020 को नई दिल्ली स्थित अमेरिकी राजदूत समेत 16 विदेशी राजनयिकों ने वहां का दौरा किया था. विदेशी राजनयिकों के एक 25 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने 12 फरवरी 2020 को भी कश्मीर का दौरा किया था. इस प्रतिनिधिमंडल में जर्मनी, कनाडा, फ्रांस और अफगानिस्तान के राजनयिक शामिल थे.
DDC चुनाव के बाद राजनयिकों का जम्मू-कश्मीर दौरा
जम्मू कश्मीर में जिला स्तर पर डीडीसी के हालिया चुनावों के बाद विदेशी राजनयिकों का ये दौरा अगस्त 2019 में धारा 370 और 35A हटाने के बाद किए गए बदलावों को दिखाने के बड़े अवसर के तौर पर देखा जा रहा है. जनवरी 2021 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता संभालने के बाद भारत की बड़ी कूटनीतिक कवायद के तौर पर भी देखा जा रहा है.
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