जम्मू कश्मीर में एलओसी के पास आतंकी हमले की खबर सामने आ रही है. आतंकियों ने सेना के वाहन को निशाना बनाया है. इस हमले में 2 जवान शहीद हो गए, जबकि सेना के लिए काम कर रहे दो मजदूरों की भी मौत हुई है. वहीं दो जवान घायल हुए हैं. आतंकी संगठन PAFF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. ये जैश ए मोहम्मद का ही प्रॉक्सी फ्रंट है. 


बताया जा रहा है कि एलओसी के पास बोटापत्थर गुलमर्ग के नागिन पोस्ट इलाके के पास सेना की एक गाड़ी पर हमला हुआ. पुलिस ने घटना की पुष्टि की है. हालांकि, सेना की ओर से पुष्टि का इंतजार है. सूत्रों का कहना है कि यह घुसपैठ की कोशिश हो सकती है.

आतंकियों पर हो तुरंत एक्शन- एलजी

जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, बुटापथरी सेक्टर में हुए जघन्य आतंकी हमले पर सेना के शीर्ष अधिकारियों से बात की. आतंकवादियों को मार गिराने के लिए त्वरित और मुंहतोड़ जवाब देने का निर्देश दिया. कार्रवाई जारी है. हमारे शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा. उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं. घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं.


उमर अब्दुल्ला बोले- हमले की कड़ी निंदा करता हूं

जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले पर दुख जताया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, उत्तरी कश्मीर के बूटा पथरी इलाके में सेना के वाहनों पर हमले के बारे में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण खबर है जिसमें कुछ लोग हताहत और घायल हुए हैं. कश्मीर में हालिया हमलों की यह श्रृंखला गंभीर चिंता का विषय है. मैं इस हमले की कड़ी से कड़ी निंदा करता हूं और जिन लोगों की जान गई उनके प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं यह भी प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग पूरी तरह और शीघ्र स्वस्थ हो जाएं. 

महबूबा मुफ्ती ने दुख जताया

वहीं, इस हमले पर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, बारामूला में सेना के काफिले पर आतंकवादी हमले से स्तब्ध हूं और गहरा दुख हुआ, जिसमें एक नागरिक की मौत हो गई. इसकी स्पष्ट रूप से निंदा करती हूं और घायल सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करती हूं.


आतंकियों ने एक मजदूर को भी बनाया निशाना

यह हमला ऐसे वक्त पर हुआ, जब कुछ घंटे पहले ही जम्मू कश्मीर के गंदरबाल जिले में एक मजदूर पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी. घायल मजदूर का की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले प्रीतम के रूप में हुई है. 


तीन दिन पहले हुए हमले में हुई थी 7 लोगों की मौत

इससे तीन पहले गंदरबाल में ही आतंकियों ने टनल बनाने में लगे मजदूरों के हाउसिंग कैंप में हमला किया था. इस हमले में 6 मजदूरों और एक डॉक्टर की मौत हो गई थी.