Jammu-Kashmir and Terrorism: साल 2023 के जाते-जाते जम्मू-कश्मीर पूरे देश में चर्चा का केंद्र बना रहा. सुप्रीम कोर्ट में आर्टिकल-370 को लेकर दिसंबर 2023 में सुनवाई हुई. इसे लेकर जो फैसला आया उसने केंद्र सरकार को राहत दी. दरअसल, केंद्र सरकार लगातार कहती आ रही है कि इस फैसले के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले कम हुए हैं और राज्य लगातार विकास कर रहा है.


इसे लेकर सरकारी आंकड़े भी जारी हुए हैं. आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में इस साल 48 एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन चलाए गए. इनमें 76 आतंकवादी ढेर हुए. बड़ी बात ये है कि मारे गए 76 आतंकवादियों में से 55 दूसरे देश के थे. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन ने शनिवार (30 दिसंबर) को कई अहम जानकारियां दीं.


आतंकी हमलों में बड़ी गिरावट


डीजीपी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर ने इस साल आतंकवादी हमलों में बड़ी कमी देखी. वर्ष 2022 में जहां 125 आतंकी घटनाएं हुईं, वहीं इस साल यह आंकड़ा 46 रहा. इस तरह आतंकी घटनाओं में 2023 में करीब 63 पर्सेंट की कमी आई. यही नहीं, 2023 में आतंकी भर्ती में भी करीब 80 पर्सेंट तक की गिरावट हुई. एक आंकलन के मुताबिक, 2022 में 130 स्थानीय लोग आतंकी गतिविधियों में शामिल थे. 2023 में यह संख्या सिर्फ 22 रह गई.


पुलिस को भी हुआ कम नुकसान


डीजीपी स्वैन के अनुसार, 2023 में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक DSP समेत 4 पुलिसकर्मी आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए शहीद हुए, जबकि 2022 में पुलिस के 14 जवान शहीद हुए थे. अगर आम लोगों की हत्या की बात करें तो इसमें भी 2022 की तुलना में कमी देखी गई है. 2022 में आतंकवादियों ने 31 आम नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था. 2023 में 14 लोग आतंकवादियों के शिकार बने.


आतंकियों के मददगारों पर भी रही नजर


स्वैन ने बताया कि 2023 में पूरे साल पुलिस अलर्ट मोड पर रही. इस दौरान हमने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की मदद करन वाले 291 लोगों को गिरफ्तार किया. इसके अलावा पुलिस की ओर से 201 ओवरग्राउंड वर्कर्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया. यह कार्रवाई पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत की गई.


कितने आतंकवादी हैं सक्रिय


डीजीपी का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में 2023 में पुलिस ने 31 लोकल आतंकवादियों की पहचान की है. इनमें से 4 आतंकवादी जम्मू के किश्तवाड़ में तो 27 आतंकवादी कश्मीर इलाके में एक्टिव हैं. इस तरह सक्रिय आतंकवादियों की संख्या भी अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है. हालांकि जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ जिलों में 2023 में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है.


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