Jammu Kashmir: भारत से जुड़ी है जम्मू-कश्मीर की किस्मत, पाकिस्तान का नहीं है इससे कोई वास्ता: अल्ताफ बुखारी
Altaf Bukhari: बुखारी ने कहा कि हमारे ‘सभी जख्मों’ के मरहम नई दिल्ली के पास हैं. हमारा पाकिस्तान से कोई वास्ता नहीं है. हमें जो कुछ भी मिलने वाला है, वह दिल्ली से आएगा, पाकिस्तान से नहीं.’
Altaf Bukhari on Jamm Kashmir: अपनी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी ने पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की किस्मत भारत से जुड़ी हुई है और इसका पाकिस्तान से कोई वास्ता नहीं है.
पार्टी के एक कार्यक्रम से इतर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमारे ‘सभी जख्मों’ के मरहम नई दिल्ली के पास हैं. हमारा पाकिस्तान से कोई वास्ता नहीं है. हमारी किस्मत भारत से जुड़ी है. हमें जो कुछ भी मिलने वाला है, वह दिल्ली से आएगा, पाकिस्तान से नहीं.
फारूक अब्दुला के बयान से जताई असहमति
कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए पाकिस्तान से बातचीत करने की नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की सलाह के बारे में सवाल करने पर बुखारी ने कहा, ‘उन्हें हमारी रैलियों से सीखना चाहिए जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं. वे स्वायतता या स्वायत शासन के बारे में सुनने नहीं आते.’ उन्होंने कहा, ‘हमारा रुख साफ है कि हमारा पाकिस्तान से कोई वास्ता नहीं.’
5 अगस्त को मिले जख्म को नहीं भूल सकते
उन्होंने कहा, ‘हम 5 अगस्त 2019 को मिले जख्म ( जिस दिन संसद ने संविधान के अनुच्छे 370 को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर को दो संघ शासित प्रदेशों में बांट दिया था) को कभी नही भुला सकते, लेकिन हमारे जख्मों का मरहम भी भारत के पास ही है.’ आतंकवादियों द्वारा की जा रही हत्याओं के बारे में उन्होंने कहा कि ‘बंदूक उठाने की संस्कृति उसके खिलाफ जनांदोलन से ही खत्म होगी. हमने छोटे पैमाने पर जनांदोलन शुरू किया है और हमें इसकी सफलता पर पूरा भरोसा है.’
फारुक अब्दुला ने 2 दिन पहले बीजेपी को घेरा था
बता दें कि 20 नवंबर को फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने भी एक रैली की थी. हालांकि इस दौरान उन्होंने बीजेपी की केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने इस दौरान कहा था कि ‘कोई भी मजहब बुरा नहीं होता है, लेकिन जो इंसान भ्रष्ट होते हैं उनका कोई मजहब नहीं होता. उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि ‘हिंदू खतरे में हैं’ का खूब इस्तेमाल करेंगे. आप इनके झांसे में मत आना, भगवान राम सबके हैं, केवल हिंदू धर्म के लोगों के लिए नहीं.’ अब्दुला ने आगा कहा, ‘हमने कभी पाकिस्तान से हाथ नहीं मिलाया. जिन्ना मेरे पिता से मिलने आए थे, लेकिन हमने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया.
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