श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार को आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में 55 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर सहित चार जवान शहीद हो गए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने रात में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में पिंगलान इलाके की घेराबंदी की और तलाश अभियान शुरू किया.


सेना के तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. ऐसा बताया जा रहा है कि गोलीबारी में एक आम नागरिक की भी मौत हुई है लेकिन अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है. इलाके में अब भी अभियान जारी है.


मुठभेड़ में पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड ढेर


इस मुठभेड़ में 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हमले के मास्टरमाइंड कामरान को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया है. इतना ही जैश का एक और आतंकी भी मारा गया है, जिसकी पहचान होनी अभी बाकी है. आधी रात से पुलवामा के पिन्गलान इलाके में आतंकियों के साथ भीषण मुठभेड़ चल रही है.


कामरान कश्मीर घाटी में जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा कमांडर है. इस मुठभेड़ में 55 राष्ट्रीय राइफल्स के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए हैं.  जिस जगह ये मुठभेड़ चल रही है वो 14 फरवरी को सीआरपीएफ की बस पर हुए हमले वाली जगह से करीब 14 किलोमीटर दूर है. एक आम नागरिक के भी मारे जाने की खबर है.


आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद


बता दें कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने 100 किलोग्राम विस्फोटक से भरे एक वाहन से सीआरपीएफ की बस को टक्कर मारकर इस हमले को अंजाम दिया था. हमले के बाद से देश गुस्से में है और जगह-जगह पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. शहीद के परिवारवालों सहित पूरा देश इस हमले का बदला मांग रहा है.