'शांति सड़कों पर सेना के बिना होनी चाहिए', चुनाव से पहले केंद्र सरकार पर फारूक अब्दुल्ला ने साधा निशाना
Jammu Kashmir Election: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने क्षेत्र में सेना की तैनाती के बिना शांति स्थापित करने का आग्रह किया है. उनका ये बयान आगामी विधानसभा चुनावों से पहले आया है.
Jammu Kashmir Assembly Election 2024: जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां रणनीति बनाने में जुटी है. इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार (5 सितंबर) को केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होने कहा कि कश्मीर में शांति सड़कों पर किसी भी सशस्त्र सेना के बिना होनी चाहिए.
इंडिया टुडे ने एक इंटरव्यू के दौरान जब पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से पूछा कि क्या जम्मू एवं कश्मीर में सामान्य स्थिति लौट आई है? इस पर उन्होंने कहा कि आपके पास यहां कितने सैनिक हैं? कितनी ताकतें हैं? सड़कों पर चलें और देखें कि वे कितने अच्छे हथियारों से लैस हैं. क्या यही शांति है? शांति इन सैनिकों के बिना होनी चाहिए.
'मैं पूर्ण राज्य का दर्जा चाहता हूं'
इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले अब्दुल्ला ने क्षेत्र के राज्य का दर्जा बहाल करने की वकालत की. उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पर तंज कसा. अब्दुल्ला ने कहा कि मैं पूर्ण राज्य का दर्जा चाहता हूं. तुरंत. हमें दिल्ली के वायसराय के अधीन क्यों रहना चाहिए? वह कुछ भी आदेश दे सकते हैं. वह कुछ भी बदल सकते हैं.
'कांग्रेस के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन मजबूरी नहीं'
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी उस समय की जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस के साथ गठबंधन से विधानसभा चुनावों के बाद जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने में मदद मिलेगी? इस पर फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन कोई मजबूरी नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर के विकास और केंद्र शासित प्रदेश का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए समय की मांग है.
क्या केंद्र सरकार ने आतंकवाद को नियंत्रित किया है?
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उन्होंने हमारा कद छोटा कर दिया है. जब से भारत स्वतंत्र हुआ है, मैंने कभी नहीं देखा कि जम्मू-कश्मीर के अलावा किसी अन्य राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया हो. उन्होंने कहा कि मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वे कह रहे थे कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के लिए अनुच्छेद 370 जिम्मेदार है. क्या उन्होंने आतंकवाद को नियंत्रित किया है? अब तक 5 साल हो चुके हैं जब उनका राज्य पर पूरा नियंत्रण था.
'BJP देश को धार्मिक आधार पर बांटने की कर रही कोशिश'
पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि बीजेपी देश को धार्मिक आधार पर बांटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि मेरी समस्या उन चीजों के संदर्भ में है जो वे अब कर रहे हैं. जिस तरह से वे लोगों को धार्मिक आधार पर अलग करने की कोशिश कर रहे हैं.