Amit Shah In J&K: देश के गृहमंत्री अमित शाह आज जम्मू & कश्मीर के दौरे पर हैं. इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू के पलौरा में रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह संयोग ही है कि यहां पर हमारा पहला चुनावी सम्मेलन गणेश चतुर्थी के दिन शुरू हो रहा है. हम बहुत भाग्यशाली हैं. 


उन्होंने आगे कहा कि हम सभी मानते हैं कि विघ्नहर्ता यात्राओं के सभी विघ्न का हरण करते हैं. मैं देशवासियों को गणेश चतुर्थी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं..इसके अलावा आज  जैन भाइयों का पर्युषण पर्व भी शुरू हो रहा है. मैं  जैन भाइयों व सभी सभी देशवासियों को पर्युषण पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं. 


भारतीय सविंधान के नीचे हो रहा है चुनाव


गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, 'आने वाला चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव है. जब से देश आजाद हुआ. पहली बार, जम्मू कश्मीर का मतदाता दो झंडे नहीं, एक तिरंगे के नीचे अपना मतदान करेगा.  पहली बार, दो संविधान नहीं, भारत के संविधान (जिसको बाबा साहेब अंबेडकर ने बनाया) के अंतर्गत मतदान होने जा रहा है.  पहली बार, पूरे जम्मू कश्मीर सूबे में प्रधानमंत्री नहीं बैठ सकता, प्रधानमंत्री एक ही होता है, जिसे कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की जनता चुन कर भेजती है और वो हमारे प्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.'


'बूथ हमारी सबसे बड़ी ताकत है'


कार्यकर्ताओं में जोश में भरते हुए उन्होंने कहा,  हमने घर-घर जाकर इनके (नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस) विभाजनकारी एजेंडे के प्रति लोगों को जागरूक किया है. मैंने एक प्रेस वार्ता कर नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को उजागर किया था.  लेकिन आज मैं आप सब के सामने आया हूं, क्योंकि मैं मीडिया से ज्यादा भरोसा आप पर करता हूं क्योंकि मैं भी आपकी जमात वाला हूं, मैं भी बूथ अध्यक्ष रहा हूं. बूथ हमारी सबसे बड़ी ताकत है और जब ये पूरी जोर से उतरते हैं तो अच्छे अच्छे लोग के पसीने छूटते हैं. इस बार सभी लोग 11 बजे तक अपने मतदान अवश्य कर ले.


अमरनाथ यात्रा में हुआ सबसे ज्यादा टर्नआउट


अमरनाथ यात्रा को लेकर उन्होंने कहा, 'पहले बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए संघर्ष करना पड़ता था लेकिन आज बाबा अमरनाथ की यात्रा में सबसे ज्यादा टर्नआउट हुआ है. 5 लाख से ज्यादा लोगों ने अमरनाथ बाबा के दर्शन किए हैं.  उन्होंने आगे कहा, 'अनुच्छेद-370 हटने से 70 साल के बाद जम्मू कश्मीर की माताओं-बहनों को अधिकार मिला है. नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी ये अधिकार छीनना चाहती है. ये अधिकार आप छीनने दोगे? नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी पत्थरबाजी व आतंकवाद में लिप्त लोगों को जेल से छोड़ना चाहती है ताकि जम्मू, पुंछ, राजौरी जैसे क्षेत्र जहां शांति है, वहां फिर से आतंकवाद आए. क्या आप इन क्षत्रों में आतंकवाद को फिर से आने दोगे?