Jammu-Kashmir: अगले साल मार्च के बाद हो सकते हैं विधानसभा चुनाव, कश्मीरी चेहरे पर दांव लगाएगी बीजेपी!
Jammu-Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव अगले साल मार्च के बाद कभी भी हो सकते हैं. बीजेपी कश्मीरी कार्ड खेलने के मूड में है और किसी कश्मीरी चेहरे पर ही अपना दांव आजमाएगी.
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Jammu-Kashmir Election: जम्मू कश्मीर में अगले साल विधानसभा चुनाव (Jammu-Kashmir Assembly Elections) होने वाले हैं. जानकारी के मुताबिक अगले साल मार्च के बाद कभी भी विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि बीजेपी (BJP) इस चुनाव में किसी कश्मीरी चेहरे (Kasmiri Candidate) को ही उतारने की तैयारी में जुटी है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी कश्मीरी कार्ड (Kashmiri Card) खेलने के मूड में है.
एबीपी न्यूज को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में अगले साल मार्च के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी किसी कश्मीरी चेहरे पर दांव लगा सकती है. इसका मतलब ये है कि इस चुनाव में बीजेपी का फोकस कश्मीरियत पर ही रहेगा. हालांकि जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता कविंदर गुप्ता का दावा है कि जम्मू कश्मीर में आगामी चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़े जाएंगे. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा के जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद जिस तरह से मोदी सरकार ने यहां विकास किया है वह चुनाव का मुख्य मुद्दा होगा.
जम्मू से अपना सीएम चुन सकती है बीजेपी
पार्टी के वरिष्ठ नेता कविंदर गुप्ता ने यह भी कहा है कि इस चुनाव के बाद बीजेपी जम्मू से अपना मुख्यमंत्री बना सकती है. वहीं जम्मू-कश्मीर में अगले साल मार्च के बाद होने वाले इन संभावित चुनाव को लेकर आम जनता काफी खुश है. आम जनता का दावा है कि यह चुनाव जल्द से जल्द कराए जाने चाहिए ताकि आम जनता और सरकार के बीच तालमेल रहे. जम्मू की जनता का दावा है कि एक आम सरकार के अभाव में जनता के काम नहीं हो रहे और जनता नौकरशाहों तक नहीं पहुंच पा रही है.
बड़े स्तर पर तैयारी कर रहा है चुनाव आयोग
जम्मू-कश्मीर में होने वाले चुनाव को लेकर चुनाव आयोग की कोशिश है कि मतदाता सूची जल्द-से-जल्द फाइनल कर लिया जाए. पिछले तीन दशक के दौरान कश्मीर में बिगड़े हालात के चलते कश्मीर से बाहर रह रहे करीब साढ़े चार लाख के करीब कश्मीरी पंडितों व अन्य कश्मीरियों को सूची में शामिल करना है. यही नहीं पश्चिमी पाकिस्तान से आए शरणार्थी हिंदुओं को भी वोट का आधिकार दिए जाने कीबात कही जा रही है. ये वो लोग हैं जो सालों से कश्मीर रह तो रहे थे लेकिन उन्हें अब तक वोट देने का आधिकार प्राप्त नहीं था.
सूत्रों की मानें तो कश्मीर में रह रहे भारत के दूसरे हिस्सों के लोगों को भी कागजातों की जांच के बाद वोटर लिस्ट में शामिल किया जाएगा. इन सभी प्रक्रियाओं को अगले दो महीने में पूरा कर लिया जाएगा. जो आगामी विधानसभा चुनाव में बड़ा फैक्टर साबित होने वाले हैं. इसके लिए चुनाव आयोग जोर-शोर से तैयारियों में जुटा है.
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