श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जम्मू-कश्मीर बैंक से जुड़े एक केस में महबूबा मुफ्ती से सफाई मांगी है. एसीबी की तरफ से मुफ्ती को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि केस संख्या 10/2019 P/S ACBK की जांच के दौरान यह सामने आया कि जम्मू-कश्मीर बैंक के चेयरमैन की नियुक्ति के लिए कुछ मंत्रियों ने सिफारिश की. एसीबी ने कहा, ''क्या जम्मू-कश्मीर बैंक में नियुक्तियों के लिए किसी तरह की सिफारिश की गई?"





महबूबा मुफ्ती ने एसीबी की तरफ से मिले पत्र को ट्विटर पर अटैच कर कहा कि मुझे आश्चर्य नहीं हुआ, इस तरह की रणनीति काम नहीं आएगी. उन्होंने कहा, ''भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की तरफ से मिले एक पत्र के बाद आश्चर्य नहीं हुआ. मुख्य धारा के नेताओं को एकजुट करने के लिए संभावित प्रयासों को विफल करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. इस तरह की रणनीति काम नहीं करेगी.''


एसीबी जम्मू-कश्मीर बैंक में कथित घोटाले की जांच कर रहा है. जांच के दायरे में बैंक के कई अधिकारी हैं. एसीबी ने कई बार छापेमारी कर दस्तावेज बरामद किए हैं. बैंक चेयरमैन परवेज अहमद नेंग्रू को बर्खास्त किया जा चुका है. परवेज नेंग्रू की विश्वसनीयता संदिग्ध रही है. वह महज 15 साल में सीए से बैंक के चेयरमैन बन गए.