Jammu-Kashmir News: कश्मीर घाटी में सेना की चिनार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने गुरुवार को कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत का न केवल बारामूला के लोगों के साथ बल्कि पूरे कश्मीर के लोगों के साथ घनिष्ठ संबंध था. जनरल बिपिन रावत ने 2010 में बारामूला ब्रिगेड के जीओसी के रूप में कार्य किया था और कार्यकाल के दौरान स्थानीय लोगों के बहुत करीब थे.
बारामूला में सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि देते हुए मीडिया को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने कहा कि बारामूला में हर व्यक्ति बिपिन रावत को जानता था. लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने कहा, "बारामूला के लोग जनरल रावत को फोन करते थे, जिन्होंने पहले यहां कंपनी कमांडर, कमांडर 5 और जीओसी के रूप में काम किया था, क्योंकि स्थानीय लोग सीडीएस से बहुत जुड़े हुए थे."
उन्होने कहा, "लोग जनरल बिपिन रावत के साथ अपनी समस्याओं को साझा करते थे, फिर वे मुझे यह सुनिश्चित करने के लिए बुलाते थे कि उन मुद्दों को जल्द से जल्द हल किया जाए." उन्होंने कहा,"मुझे यकीन है कि बारामूला के लोगों ने इस नुकसान को अधिक महसूस किया है."
इस दुख से उबरने में लगेगा समय- डीपी पांडे
डीपी पांडे बारामूला में काठी बटालियन भी गए थे, जहां बिपिन रावत थे, जो कंपनी कमांडर के रूप में कार्यरत थे. उन्होंने कहा कि कल की घटना एक बड़ी दुखद घटना थी और इस दुख से उबरने में समय लगेगा. उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि बारामूला के लोग बिपिन रावत की मौत से भारतीय सेना और पूरे देश की तरह बहुत दर्द में हैं."
गौरतलब है कि सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी और ग्यारह अन्य की बुधवार को तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी. IAF और अन्य अधिकारियों ने कहा कि जनरल रावत (2019 में पहले CDS के रूप में नियुक्त किया गया था) और उनका दल स्पष्ट रूप से कोहरे की स्थिति में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 13 लोग मारे गए. हादसे में एक व्यक्ति बाल-बाल बच गया और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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