Terrorism In Kashmir: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार (24 मार्च) को सुरक्षाबलों की ओर से चलाए जा रहे आतंकवादियों के खिलाफ अभियान का सिलसिला जारी है. सुरक्षाबल आतंकवादियों को खत्म करने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं, जबकि स्थानीय नेताओं और राजनीतिक पार्टियों से भी इस मामले पर प्रतिक्रिया आ रही है.


कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट ने इस अभियान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार को इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा बलों को स्थिति को सुरक्षित तरीके से संभालने की जरूरत है ताकि नागरिकों की हताहत होने से बच सके. भट ने कहा कि आतंकवाद से निपटते समय कोलेटरल डैमेज को रोकने की प्राथमिकता हमेशा से रही है और राज्य सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए. साथ ही उन्होंने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर भी अपनी असहमति जताई और कहा कि उनकी पार्टी इस बिल के खिलाफ है.


पाकिस्तान की स्थिति पर सुनील शर्मा का आरोप


इससे पहले जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान अपनी भूमि में आतंकवाद की समस्या से जूझ रहा है, लेकिन वह जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घुसपैठ कराने का प्रयास कर रहा है. हीरानगर के सान्याल गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की पुष्टि के बाद सुरक्षाबल लगातार उस क्षेत्र में अभियान चला रहे हैं. शर्मा ने पाकिस्तान की स्थिति को दोषपूर्ण बताते हुए कहा कि पाकिस्तान ने खुद के लिए खाई खोदी है, लेकिन सुरक्षा बल पूरी तरह अलर्ट हैं और आतंकवादियों का सफाया करने के लिए तैयार हैं.


कश्मीर की राजनीति में बढ़ती चिंता


शर्मा ने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय सम्मेलन की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हमेशा पाकिस्तान के पक्ष में बोलते रहे हैं जिससे ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना था कि जब तक स्थानीय नेतृत्व पाकिस्तान से निपटने में सख्त रुख नहीं अपनाता तब तक इस तरह की घटनाएं सामने आती रहेंगी.