नई दिल्ली: जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए. इसके साथ ही एक शहीद जवान के पिता भी मौत हो गई. कल रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.


रक्षा मंत्री ने कहा था कि हमले में पाकिस्तान के हाथ के साफ सबूत मिले हैं. लेकिन अब जम्मू कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने बड़ा खुलासा किया है. निर्मल सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा है कि आतंकी सीमा पार से नहीं, जम्मू कश्मीर के ही त्राल से आए थे.


डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने कहा, ''हमले में जो तीन आतंकी मारे गए हैं, उनका जिस प्रकार का पहनावा था और बूट थे उन पर ऐसा कोई चिन्ह नहीं था जिससे ये लगे वो सीमा पार से आए हैं. सुरक्षा बलों को आशंका है कि किसी ने मदद जरूर की होगी. इस पूरे मामले की जांच हो रही है जो भी होगा उसे पकड़ा जाएगा.''


निर्मल सिंह ने कहा, ''पहले था कि कुछ मूवमेंट देखी गई लेकिन अभी हमारा जो फीडबैक है उसके मुताबिक कश्मीर के त्राल से आए हैं. अभी पूरे मामले की जांच चल रही है.''


सुंजवां हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि
सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में शहीद देहरादून के बड़ोवाला क्षेत्र निवासी जवान राकेश रतूड़ी का शव आज अपने गर पहुंचा. उन्हें पूरे सम्मान के साथ आखिरी विदाई दी गई. हमले में शहीद सूबेदार मोहम्मद अशरप मीर का शव भी कुपवाड़ा में उनके घर पहुंचा. अपने वीर सपूत को आखिरी कंधा देने के लिए पूरा गांव सड़क पर आ गया. शहीद जवान की अंतिम यात्रा में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगे.


सुंजवां हमले की कहानी
जैश-ए-मोहम्मद के भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर लाइट इंफैंट्री के 36 ब्रिगेड के शिविर पर शनिवार तड़के हमला कर दिया था. हमले में दो जेसीओ सहित सेना के पांच जवान शहीद हो गए.

इसके अलावा एक शहीद जवान के पिता की भी मौत हो गई थी. सभी आंतकी सेना की वर्दी में थे. उनके पास से एक-56 राइफल, अंडर बैरेल ग्रेनेड लांचर, गोला-बारुद और ग्रेनेड जब्त किये गए. हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए कर रही है.