देवेंद्र सिंह से वापस लिया गया डीजीपी प्रशस्ति पत्र, आतंकी कनेक्शन की जांच जारी
जांच एजेंसियों की माने तो इस बात की भी पड़ताल की जा रही है कि कहीं देवेंद्र सिंह ने अपनी दोनों बेटियों का दाखिला बांग्लादेश में आईएसआई की मदद से तो नहीं करवाया.
जम्मू: श्रीनगर से हिजबुल के दो आतंकियों के साथ गिरफ्तार जम्मू-कश्मीर पुलिस के निलंबित डीएसपी देवेंद्र सिंह को मिले डीजीपी प्रशस्ति पत्र और पदक वापस ले लिए गए हैं. वहीं अब जांच एजेंसियां देवेंद्र के डाका कनेक्शन की भी जांच कर रही है.
जम्मू कश्मीर पुलिस हेडक्वार्टर के 20 जनवरी 2020 के एक आदेश के मुताबिक, देवेंद्र सिंह जिसे जम्मू कश्मीर पुलिस ने कुछ आतंकियों के साथ उस समय गिरफ्तार किया जब वह अपने साथ बैठे आतंकियों की मदद उन्हें जम्मू कश्मीर के बाहर ले जाने में कर रहा था. उनसे डीजीपी प्रशस्ति पत्र और पदक वापस लेने के आदेश दिए गए हैं.
गौरतलब, है कि ये सभी सम्मान देवेंद्र को जम्मू कश्मीर में जा रही आतंकवादी विरोधी अभियानों में योगदान के लिए दिए गए थे देवेंद्र को यह सम्मान 31 दिसंबर 1998 को मिला थे. वहीं जांच एजेंसियां अब जम्मू-कश्मीर पुलिस के निलंबित देवेंद्र सिंह के खालिस्तान कनेक्शन के साथ बांग्लादेशी कनेक्शन की जांच में भी जुटी है.
देवेंद्र की दोनों बेटियां ढाका में कर रही है पढ़ाई
सूत्रों की माने तो देवेंद्र सिंह की दोनों बेटियां बांग्लादेश के ढाका में डॉक्टर की पढ़ाई कर रही थी, और अपनी बेटियों से मिलने के लिए देवेंद्र सिंह वहां अक्सर जाया करता था. जांच एजेंसी मान रही है क्या अपनी बेटियों से मिलने के बहाने बांग्लादेश मैं डीएसपी देवेंद्र सिंह वहां मौजूद आई एस आई के कई एजेंटों से भी मिलता था.
जांच एजेंसियों की माने तो इस बात की भी पड़ताल की जा रही है कि कहीं देवेंद्र सिंह ने अपनी दोनों बेटियों का दाखिला बांग्लादेश में आईएसआई की मदद से तो नहीं करवाया. जांच इस बात के लिए भी की जा रही है कि देवेंद्र सिंह ने अपनी दोनों बेटियों की पढ़ाई के लिए ढाका को ही क्यों चुना.
आतंकी कनेक्शन की जांच जारी
जांच एजेंसियों को देवेंद्र सिंह के दो फोन भी मिले हैं जिनका सारा डाटा और कॉल रिकॉर्ड खंगाल कर जांच एजेंसियां देवेंद्र सिंह के खालिस्तानी कनेक्शन और बांग्लादेशी कनेक्शन की जांच कर रही है.
वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने सोमवार को कहा कि देवेंद्र सिंह की दोनों बेटियां ढाका में पढ़ती थी, और वह वहां सिर्फ उनसे मिलने जाता था या इससे आगे उसके कोई तार या गतिविधि भी बांग्लादेश से जुड़ी थी इसकी जांच की जा रही है.
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