Jammu-Kashmir: ड्रग्स के बढ़ते मामलों का जिक्र कर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने पाकिस्तान पर साधा निशाना, 'पड़ोसी देश अब दूसरे गिफ्ट के तौर पर...'
Jammu-Kashmir: पिछले एक साल के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 8 हजार किलो से अधिक नशीले पदार्थ बरामद किए हैं और 3 हजार से अधिक लोगों के खिलाफ 2 हजार से अधिक मामले दर्ज किए हैं.
![Jammu-Kashmir: ड्रग्स के बढ़ते मामलों का जिक्र कर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने पाकिस्तान पर साधा निशाना, 'पड़ोसी देश अब दूसरे गिफ्ट के तौर पर...' Jammu Kashmir dgp dilbag singh Police is fighting a new kind of terror is a mix of drugs and guns in Kashmir ann Jammu-Kashmir: ड्रग्स के बढ़ते मामलों का जिक्र कर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने पाकिस्तान पर साधा निशाना, 'पड़ोसी देश अब दूसरे गिफ्ट के तौर पर...'](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/24/5b9c724d8d6f1f414221662af0a0aa6e1690217120357696_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं के साथ-साथ ड्रग्स के मामले भी सामने आते रहते हैं. इसको लेकर राज्य के डीजीपी दिलबाग सिंह ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि कश्मीर के अधिकांश हिस्सों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के सफाए के बाद पुलिस अब दूसरी तरह के आतंक से लड़ रही है, जो कश्मीर में नशीले पदार्थों और बंदूकों का मिश्रण है.
दरअसल डीजीपी दिलबाग सिंह पुलिस फुटबॉल टूर्नामेंट के 19वें चैप्टर के उद्घाटन के लिए गए हुए थे. जहां पाकिस्तानपर जमकर बरसे और पाकिस्तान स्थित नार्को-आतंकवादी सिंडिकेट पर आरोप लगाते हुए कहा कि गन कल्चर आने के बाद जम्मू-कश्मीर में विनाश शुरू हुआ. पाकिस्तान अब कश्मीर के युवाओं को बर्बाद करने के लिए दूसरे उपहार के रूप में ड्रग्स भेज रहा है. जिससे न केवल नार्को-आतंकवादी मामलों में वृद्धि देखी गई है, बल्कि स्थानीय खपत में भी वृद्धि हुई है.
8 हजार किलो से ज्यादा नशीले पदार्थ बरामद
दिलबाग सिंह ने दावा किया कि जम्मू और कश्मीर पुलिस युवाओं को न केवल नशे से दूर करने के लिए बल्कि खेल और अन्य गतिविधियों के माध्यम से उनकी ऊर्जा को बढ़ाने के लिए हर संभव संसाधनों का उपयोग कर रही है. पिछले एक साल के दौरान, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 8 हजार किलोग्राम से अधिक नशीले पदार्थ बरामद किए हैं और 3 हजार से अधिक लोगों के खिलाफ 2 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.
डीजीपी सिंह ने कहा, "300 से अधिक नशीले पदार्थों के तस्करों और ड्रग तस्करों पर पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है और जब्त की गई दवाओं को हाल ही में ड्रग्स के खिलाफ देशव्यापी अभियान के तहत नष्ट कर दिया गया है."
सुरक्षा बलों से जुड़ी घटनाओं का दावा करने वाले आतंकी समूहों के हालिया बयानों को दिलबाग सिंह ने "सस्ता प्रचार" प्रचार बताया. उन्होंने कहा, "राज्य के हर हिस्से में आतंकवादी समूहों का सफाया हो गया है और वे अप्रभावी हो गए हैं और अब केवल अपना अस्तित्व साबित करने के लिए दुर्घटनाओं और घटनाओं की जिम्मेदारी लेते हैं. उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए."
हाल ही में टीआरएफ और पीएएफएफ जैसे आतंकवादी समूहों ने पुंछ में सेना के एक वाहन की दुर्घटना और कश्मीर में सुरक्षा बल के एक जवान की गई आत्महत्या की जिम्मेदारी अपने "लक्षित हमलों" के रूप में ली थी.
अमरनाथ यात्रा और ताजिया जुलूस की अनुमति पर दिलबाग सिंह ने कहा कि जहां भी आवश्यक हो, प्रशासन पूर्ण और पुख्ता सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. दिलबाग सिंह ने कहा, "हम धर्म के आधार पर नहीं बंटते और न ही पैगम्बरों की विरासत बंट सकती है."
ये भी पढ़ें-
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)