Jammu-Kashmir: जम्मू के निर्माण में 21 जनवरी को दोहरा बम धमाका हुआ था. जिसको लेकर पुलिस ने गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है. जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आप सब जानते है कि आतंकवादी की जननी कहा जाने वाला हमारा पड़ोसी बदनाम है. वह आतंकवाद पैदा करने के लिए अलग-अलग और पालने के लिए बदनाम है. उन्होंने कहा कि हमारा पड़ोसी हमेशा से जम्मू कश्मीर में आतंक फैलाना और भाईचारा बिगाड़ने के लिए काम कर रहा है. 


दिलबाग सिंह ने कहा कि इसी सिलसिले में जम्मू संभाग में कुछ कार्यवाही को अंजाम दिया गया जो बिल्कुल सांप्रदायिक लाइंस पर है और जम्मू में दम तोड़ चुके आतंकवाद को दोबारा जिंदा करने के लिए यह हरकतें पाकिस्तान करवा रहा है. उन्होंने बताया कि जम्मू के नरवाल में 21 जनवरी को दो आईडी ब्लास्ट हुए थे. हम उसकी डिटेल्स आपके साथ साझा करने के लिए आए हैं. उन्होंने कहा कि मैं जम्मू पुलिस को बधाई देता हूं कि उन्होंने मेहनत के साथ इस मामले को सुलझाया है. इसके साथ ही उन्होंने इसमें शामिल लोगों को भी पकड़ा है. 


परफ्यूम आईईडी का हुआ था इस्तेमाल 


पुलिस ने आरिफ नाम के आतंकवादी को पकड़ा है जो रियासी का रहने वाला है. जानकारी के मुताबिक आरिफ 3 साल से पाकिस्तान में हैंडलर के संपर्क में था. आरिफ के मामा कासिम पाकिस्तान में है. इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि कटरा में बस ब्लास्ट में अभी तक यह पता नहीं लगा था कि उस बस में आईडी किसने लगाई थी, उस गुत्थी को भी पुलिस ने सुलझा लिया है. उन्होंने बताया कि बस में आईईडी आरिफ ने ही लगाई थी. आरिफ के पास परफ्यूम आईईडी मिली है जो परफ्यूम की बोतल की तरह दिखती है और अगर उसे इस्तेमाल किया गया तो वह फट जाती है. गिरफ्तार किए गए आतंकी ने शहर के कई भीड़ भाड़ वाले इलाकों और धार्मिक स्थलों की रेकी की थी. जो आईडी इस मामले में इस्तेमाल हुई वो दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ड्रोन से भेजी गई थी. पकड़े गए आतंकी ने नरवाल में हमला करने के बाद अपने कपड़े जूते और मोबाइल फोन नष्ट कर दिए थे.   


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