जम्मू कश्मीर के डीजीपी ने कहा- अशरफ सेहराई और जमात ए इस्लामी सदस्यों के खिलाफ PSA में दर्ज होगा मुकदमा
जम्मू कश्मीर पुलिस ने तहरीक ए हुर्रियत के अध्यक्ष अशरफ सेहराई के साथ ही जमात ए इस्लामी के भी 12 सदस्यों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया.
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि अलगाववादी हुर्रियत नेता अशरफ सेहराई समेत प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के कुछ अन्य सदस्य हिरासत में लिए गए हैं जिनके खिलाफ सख्त जनसुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है. सिंह ने बताया कि पाकिस्तान समर्थक तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष सेहराई के अलावा जमात-ए-इस्लामी के करीब 12 अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है.
जन सुरक्षा कानून पिछले साल उस वक्त चर्चा में आया था, जब इसके तहत राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और मेहबूबा मुफ्ती समेत कई अन्य कश्मीरी नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
गिलानी की ली थी जगह
सेहराई को बरजल्ला इलाके में उनके घर से गिरफ्तार किया गया. बीते साल केंद्र द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद 5 अगस्त से ही सेहराई घर में नजरबंद थे.
कुछ दिन पहले अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने राजनीति छोड़ने की घोषणा की थी जिसके बाद सेहराई ने उनका स्थान ले लिया था और वह 26 अलगवावादी संगठनों के समूह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में तहरीक-ए-हुर्रियत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.
मुठभेड़ में मारा गया था आतंकी बेटा
हुर्रियत का यह धड़ा मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले धड़े से अलग है. फारूक जम्मू-कश्मीर में हिंसा को खत्म करने के लिए वार्ता के पक्ष में हैं.
सेहरई का बेटा और हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकवादी जुनैद सेहरई इस साल मई में मुठभेड़ में मारा गया था.
ये भी पढ़ें कश्मीरी अलगाववादी नेता अशरफ सेहराई गिरफ्तार, पिछले साल 5 अगस्त से ही थे नजरबंद तेलंगानाः ऑटो में रखकर ले जाया गया कोरोना मृतक का शव, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश