जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ पकड़े गए DSP का जुड़ा रहा है अफजल गुरु से कनेक्शन?
जम्मू-कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल जनरल विजय कुमार ने रविवार को कहा था कि अफजल गुरु के मामले में देविंदर सिंह की संलिप्तता का कोई रिकॉर्ड नहीं है.
श्रीनगर: राष्ट्रपति पदक से सम्मानित डीएसपी देविन्दर सिंह शनिवार को दो आतंकवादियों के साथ पकड़े गए. सिंह की गिरफ्तार होने के बाद उनसे पूछताछ करने पहुंच रहे सभी अधिकारियों की जुबान पर पहली लाइन है ‘‘तुम ऐसा कैसे कर सकते हो?’’ पुलिस उपाधीक्षक देविन्दर सिंह को शनिवार को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह कथित रूप से दो आतंकवादियों को साथ लेकर जम्मू जा रहे थे.
पहली बार नहीं है जब सिंह का नाम गलत कारणों से खबरों में है. इससे पहले संसद हमले के दोष में फांसी पर चढ़ाए गए अफजल गुरु ने 2013 की अपनी एक चिट्ठी में लिखा था कि सिंह ने ही उसे संसद हमले के सह आरोपी ‘मोहम्मद’ को साथ लेकर ‘दिल्ली जाने और उसके लिए मकान किराए पर लेने और कार खरीदने को कहा था.’ उस वक्त सिंह विशेष अभियान समूह में डीएसपी थे.
अधिकारियों ने बताया कि उस वक्त सिंह पर लगे आरोपों को साबित करने के लिए पुख्ता सबूत नहीं मिले. लेकिन आतंकवादियों को लेकर जाते हुए शनिवार को हुई उनकी गिरफ्तारी ने गुरु द्वारा उठाए गए सवालों और लगाए गए आरोपों को फिर से जिंदा कर दिया है.
हालांकि जम्मू एवं कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल जनरल विजय कुमार ने कहा है कि पुलिस के पास संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के मामले में उसकी (देविंदर सिंह) संलिप्तता का कोई रिकॉर्ड नहीं है.
मामले की जांच कर रहे वरिष्ठ अधिकारियों ने इसमें देविन्दर सिंह की भूमिका पर आश्चर्य जताते हुए कहा है कि सभी जांचकर्ताओं की जबान पर एक ही सवाल है, ‘‘आप ऐसा कैसे कर सकते हो.’’ जांचकर्ता उनसे गहन पूछताछ कर रहे हैं.
सिंह को पिछले ही साल राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है लेकिन पिछले कुछ वक्त से वह पुलिस के राडार पर थे. शुक्रवार को खुफिया एजेंसियों ने प्रतिबंधित संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के स्वयंभू जिला कमांडर नावीद बाबा और एक पूर्व पुलिसकर्मी के साथ सिंह की बातचीत सुनी और वहीं से डीएसपी का बुरा वक्त शुरू हो गया.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा- आतंकियों के साथ गिरफ्तार DSP संग भी आतंकी जैसा बर्ताव किया जाएगा
सिंह की गिरफ्तारी से जुड़े पूरे अभियान का नेतृत्व दक्षिण कश्मीर के पुलिस उपमहानिरीक्षक अतुल गोयल ने किया. उन्होंने स्वयं नाके पर खड़े होकर उनका वाहन रोका. नाके पार कार रोककर चारों को गिरफ्तार किया गया. उस दौरान सिंह ने यह पासा फेंका कि वाहन में पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें गोयल के गुस्से का शिकार होना पड़ा.
गिरफ्तारी के तत्काल बाद सिंह के आवास सहित विभिन्न जगहों पर पुलिस टीम भेजी गई. सिंह के आवास से दो पिस्तौल और एक एके राइफल जब्त की गई है.