Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में इसी साल हो सकता है चुनाव, BJP ने कसी कमर, लोकल यूनिट को तैयारी के दिए निर्देश
पार्टी नेताओं से बीएल संतोष ने कहा, “एक नेता का जन्म तब होता है जब वह दूसरों और संगठन की जीत के लिए निस्वार्थ भाव से काम करता है. इसलिए आप सभी संगठनात्मक कर्तव्यों के लिए खुद को समर्पित करें”
BJP Ready for Jammu Kashmir Election: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जम्मू कश्मीर में संभावित चुनाव के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बी. एल. संतोष ने बुधवार को पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई से विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसने को कहा.
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक के दौरान उन्होंने बूथ और विधानसभा क्षेत्र स्तर पर पार्टी इकाइयों को मजबूत बनाने पर जोर दिया. उन्होंने पार्टी प्रभारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव जीतने पर ध्यान दें.
पिछले दिनों अमित शाह ने भी की बैठक
इससे कुछ दिन पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में जम्मू-कश्मीर इकाई के पदाधिकारियों के साथ चुनाव को लेकर विचार-विमर्श किया था. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव इसी साल होने की संभावना है. हालांकि अभी तक इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
कार्यकर्ताओं से कहा- पार्टी की जीत के लिए हों समर्पित
बुधवार को बैठक में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए संतोष ने कहा, “एक नेता का जन्म तब होता है जब वह दूसरों और संगठन की जीत के लिए निस्वार्थ भाव से काम करता है. इसलिए आप सभी को संगठनात्मक कर्तव्यों के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए.” उन्होंने पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई को चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा.
कई बड़े नेता इस बैठक में रहे मौजूद
इस बैठक में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर प्रभारी तरुण चुघ और जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना भी शामिल हुए. जितेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “जम्मू-कश्मीर में ऐतिहासिक बदलाव के बाद यह पहला बड़ा चुनाव अभियान है और इसलिए हमें ये चुनाव एक साथ लड़ने की जरूरत है.”
2019 में बनाया था जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि “इससे विकास और हर एक समुदाय को अधिकार देने का मार्ग प्रशस्त हुआ है.” बता दें कि केंद्र ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करके जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था.
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