Jammu-Kashmir Election: जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने चुनाव को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि लोगों का इलेक्शन अधिकार है, लेकिन वो इसके लिए मोदी सरकार से भीख नहीं मांगेंगे. 


नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार (10 जनवरी) को अनंतनाग में मीडिया से बात करते हुए कहा, ''जम्मू कश्मीर में इस साल चुनाव नहीं भी होते तो कोई नहीं लेकिन हम भिखारी नहीं है. इलेक्शन हमारा अधिकार है, लेकिन इसके लिए हम भीख नहीं मांग सकते.''


संपत्तियों और राज्य की जमीनों से लोगों को बेदखल करने के सवाल पर अब्दुल्ला ने कहा कि यह केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव नहीं होने का एक कारण है. उन्होंने इसके अलावा कहा कि बीजेपी वाली केंद्र सरकार जानती है कि एक चुनी हुई सरकार लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश करेगी, जबकि वे केवल उनमें नमक छिड़कते हैं. 


उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा? 


पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बताया कि केंद्र सरकार चुनाव नहीं करानी चाहती. वो सिर्फ लोगों को परेशान करना जानती है.  उन्होंने साथ ही दावा किया कि हाल के आतंकवादी हमलों को ध्यान में रखते हुए गांव के डिफेंस गार्ड्स को हथियार देने का फैसला करके केंद्र सरकार ने असफलता स्वीकार की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने विशेष दर्जा खत्म करते हुए दावा किया था कि 'गन कल्चर' खत्म होगा लेकिन वो सफल नहीं सके. 


उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने हाल ही में राजौरी में हमला देखा. इससे साबित होता है कि सरकार ने कुछ नहीं किया है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी में स्थित डांगरी गांव में 1 जनवरी को हमला हुआ था. इसमें सात लोगों की मौत हो गई थी और 14 अन्य घायल हो गए थे. 


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