J&K News: जम्मू-कश्मीर प्रशासन से कई दौर की बातचीत के बाद आखिरकार जम्मू-कश्मीर विद्युत विभाग के कर्मियों ने देर रात अपनी हड़ताल खत्म कर दी है. अब सभी कर्मचारी पहले की तरह ही मंगलवार सुबह से अपना काम शुरू करते हुए प्रदेश में बिजली व्यवस्था की सुचारू रुप से बहाली के लिए काम करेंगे.
गौरतलब है कि बीते दिनों प्रदेश के विद्युत विकास विभाग (PDD) के कर्मचारी विभाग के निजीकरण के विरोध में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए थे. ऐसे में घाटी में पड़ रही कड़ाके की ठंड की वजह से पैदा हुए बिजली संकट से आम-जनजीवन व्यस्त हो गया था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आज देर रात हड़ताल पर बैठे कर्मियों के साथ जम्मू के डिविजनल कमिश्नर राघव लैंगर ने कई दौर की बातचीत की जिसमें उन्होंने प्रशासन की ओर से कर्मियों के साथ विभाग के निजिकरण के संबंध में बातचीत भी की. कुछ मांगों पर सहमित जताते हुए कर्मियों ने हड़ताल को खत्म कर दिया है.
एएनआई से मिली जानकारी के अनुसार, जम्मू के डिविजनल कमिश्नर राघव लैंगर ने इस खबर की पुष्टी करते हुए कहा है, “कई दौर की बातचीत के बाद आखिरकार विद्युत विकास विभाग (PDD) कर्मियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है.” जम्मू विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने आगे जानकारी देते हुए बताया है कि उन्होंने वादी में लगभग 80 प्रतिशत आपूर्ती बहाल कर दी है. बाकी क्षेत्रों में सुबह तक आपूर्ती व्यवस्था बहाल हो जाएगी. साथ ही स्थानीय प्रशासन नें सेना, बीएसएफ, और अन्य नोडल संस्थाओं को आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रखने में मदद करने के लिए लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है.
इसी बीच हड़ताल के कारण हुई अव्यवस्था को संज्ञान में लेते हुए जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने हड़ताल खत्म कर पूरी घाटी में बिजली की सुचारू रूप से आपूर्ति का आश्वासन दिया था.
किन वजहों से हुई थी हड़ताल
सरकार के निजिकरण के फैसले के विरोध में और इस संदर्भ में प्रशासन के साथ दो दौर की बातचीत असफल हो जाने के बाद विद्युत विभाग के लाइनमैन से लेकर वरिष्ठ अभियंता शनिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे. इसी वजह से जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में विद्युत सेवा प्रभावित हुई थी.