Lashkar-e-Taiba Terrorists: जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा के पास राजौरी-पुंछ सेक्टर के गांव सिंधरा में मंगलवार (18 जुलाई) की सुबह भारतीय सुरक्षाबलों की ओर से ढेर किए गए चार आतंकियों की पहचान सामने आई है. इससे पहले 16 और 17 जुलाई की दरमियानी इन आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की भीषण मुठभेड़ चली थी.
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने पुंछ जिले की सूरनकोट तहसील में जिन चार आतंकियों को मार गिराया, उनके पास से बरामद पहचान पत्रों से पता चला है कि वे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के जिहादी और पाकिस्तानी नागरिक थे.
मारे गए आतंकियों की पहचान
मारे गए इन जिहादी भारी हथियारों से लैस थे, उनके पास से बरामद दस्तावेजों के मुताबिक, चार में से तीन की पहचान महमूद अहमद, अब्दुल हमीद, मोहम्मद शरीफ के रूप में हुई है जबकि चौथे नाम अज्ञात है और वह पीओके के खुर्शीदाबाद का रहने वाला था.
रिपोर्ट के मुताबिक, चारों साजिद जट्ट के नेतृत्व वाले 12 लश्कर आतंकियों के एक समूह से संबंधित थे जो पीओके में कोटली और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार सियालकोट के बीच ऑरपेट होता है. चारों की उम्र 23 से 25 वर्ष के बीच थी. वे कट्टर जिहादी और पाकिस्तान के पश्चिमी मोर्चे पर लश्कर के हिस्से के रूप में अफगानिस्तान में डूरंड रेखा के पार काम करते थे.
आतंकियों की घुसपैठ में देते थे सेफ कवर
खुफिया जानकारी के मुताबिक, आतंकियों का 12 सदस्यीय समूह राजौरी-पुंछ सेक्टर में पिछले 18 महीनों से काम कर रहा था और पीर पंजाल के दक्षिणी इलाके के साथ ही दक्षिण कश्मीर क्षेत्रों से घुसपैठ करने वाले जिहादियों को सेफ कवर मुहैया करा रहा था.
इन आतंकियों को ढेर कर भारतीय जवानों ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था. जम्मू परिक्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) मुकेश सिंह ने जानकारी दी थी कि अगर समय पर आतंकियों को ढेर नहीं किया गया होता तो ये आने वाले दिनों में बड़ी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे सकते थे.
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