Jammu Kashmir Police Personnel Killed: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) शनिवार (4 नवंबर) को तंगमर्ग में शहीद पुलिसकर्मी गुलाम मोहम्मद डार (Ghulam Mohd Dar) के घर पहुंचीं. उन्होंने परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. महबूबा मुफ्ती ने पुलिसकर्मी की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं सरकार के दावों को झुठलाती हैं कि कश्मीर में हालात अब सामान्य हैं.
महबूबा मुफ्ती ने कहा, "क्या पुलिसकर्मी इस समाज का हिस्सा हैं और क्या उनकी हत्या स्थिति का संकेतक नहीं है." महबूबा मुफ्ती ने मारे गए पुलिसकर्मी की सबसे बड़ी बेटी को तुरंत एसआरओ-43 (अनुकंपा नियुक्ति) के तहत किसी सरकारी विभाग में नियुक्ति देने की मांग की, क्योंकि परिवार को इसकी सख्त जरूरत है.
'बेटी को सिविल विभाग में तुरंत नियुक्त करना चाहिए'
महबूबा ने कहा, "परिवार में अब 8 महिलाएं हैं और वह परिवार में एकमात्र पुरुष थे. सरकार को तुरंत बेटी को पुलिस में नहीं, बल्कि किसी सिविल विभाग में नियुक्त करना चाहिए." 31 अक्टूबर को आतंकवादियों की ओर से मारे गए हेड कांस्टेबल डार के परिवार में पत्नी और 7 बेटियां हैं और वह कमाने वाले एकमात्र व्यक्ति थे.
'आने वाले दिनों में हेड कांस्टेबल की बेटी की होने वाली थी शादी'
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के हेड कांस्टेबल गुलाम बारामूला जिले के पट्टन में मंगलवार (31 अक्टूबर) की शाम अपने पैतृक गांव वेलू पहुंचे तो उनको इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह उनकी घर जाने की आखिरी यात्रा होगी. उनकी घर के बाहर अज्ञात आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
डार के भाई यूसुफ ने बताया था कि उनकी इस साल ही श्रीनगर के पुलिस नियंत्रण कक्ष में तैनाती की गई थी. आने वाले दिनों में उनकी बेटी की शादी होने वाली है तो उसकी तैयारियों में भी लगे हुए थे.