'आतंकवादी बहुत गंदे हैं, मेरे पापा को मार दिया', मां-बेटी ने रोते-बिलखते बताई कश्मीर हमले की कहानी
Ganderbal Terror Attack: गांदरबल में आतंकियों ने बेगुनाहों को मौत के घाट उतार दिया. इन लोगों में कई लोग ऐसे थे जो अपने परिवार में अकेले थे और परिवार उन्हीं पर आश्रित था.
Jammu Kashmir Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में बीते दिन रविवार (20 अक्टूबर) को एक निर्माणाधीन सुरंग पर हुए आतंकवादी हमले में कश्मीर के एक डॉक्टर और छह गैर-स्थानीय लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए. इसी हमले में आर्किटेक्ट शशि भूषण एब्रोल की भी मौत हो गई. उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
आजतक न्यूज चैनल से बातचीत में शशि भूषण की पांच साल की बच्ची ने रोते हुए कहा, “आतंकवादी बहुत गंदे हैं, उन्होंने मेरे पापा को मार दिया.” वहीं, उनकी पत्नी ने कहा, “उन्होंने तो सबके घर उजाड़ दिए. हमारा तो कोई नहीं बचा देखभाल के लिए. सिर्फ यही थे जो हमारा खयाल रखते थे.”
फोन पर बात हो रहा थी और लग गई गोली
वहीं, आतंकवादी हमले में मारे गए सात लोगों में से एक गुरमीत सिंह अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहे थे, तभी उन्हें गोली लग गई. यह बात उनके पिता ने आज सोमवार (21 अक्टूबर) को कही. न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, 45 साल के गुरमीत सिंह पंजाब के गुरदासपुर जिले के सखोवाल गांव के रहने वाले थे और एक कंपनी में काम करते थे.
गुरमीत के पिता धरम सिंह ने कहा, ''जब यह घटना हुई तब वह मोबाइल फोन पर अपनी पत्नी से बात कर रहा था. उसने अपनी पत्नी से कहा कि उसे गोली लगी है.'' गुरदासपुर में धरम सिंह ने बताया कि परिवार को बाद में बताया गया कि उसकी मौत हो गई.
आतंकियों ने उजाड़ दिए बेकसूरों के घर
रविवार को अज्ञात आतंकवादियों ने उस समय हमला किया जब गांदेरबल के गुंड में एक सुरंग परियोजना पर काम कर रहे मजदूर और अन्य कर्मचारी देर शाम अपने शिविर में लौट रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि इस घटना को अंजाम कम से दो आतंकवादियों ने दिया. उन्होंने मजदूरों के ग्रुप पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें स्थानीय और बाहरी दोनों शामिल थे.
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