Srinagar Crime News: जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने एक आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह टॉय गन और वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल कर लोगों से कथित रूप से पैसे ऐंठने का काम करता था. पुलिस ने गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि गिरोह में छह सदस्य शामिल हैं, जो शहर के विभिन्न हिस्सों से ताल्लुक रखते हैं.
श्रीनगर पुलिस ने मंगलवार (27 दिसंबर) को अपने प्रवक्ता के माध्यम से एक बयान में कहा कि जकुरा पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 341, 392, 506 और 120-बी के तहत दर्ज एक मामले की जांच करते हुए विभिन्न अपराधों में शामिल जबरन वसूली करने वाले छह सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया.
ऐसे ऐंठते थे पैसे
प्रवक्ता ने कहा, "गिरोह का काम करने का तरीका टॉय गन, वॉकी-टॉकी सेट और वर्दी जैसी अन्य वस्तुओं का इस्तेमाल कर लोगों को धमकाना और उनसे पैसे ऐंठना था." हालांकि, पुलिस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि गिरोह किस तरह की वर्दी का इस्तेमाल करता था.
इन लोगों की हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मिर्जा जुबैर बेग, मुसैब अहमद बाबा, गौहर रसूल, कासिम उमर, अमीर फारूक डार और साजिद जहूर खान के रूप में हुई है. बयान में कहा गया, "इन अपराधों के लिए इस्तेमाल किए गए दो वाहन भी उनके कब्जे से बरामद किए गए और कानून के तहत जब्त किए गए."
'वारदात में और लोग भी हो सकते हैं शामिल'
पुलिस को वारदात में और लोगों के शामिल होने का शक है. पुलिस प्रवक्ता ने बताया, "जांच जारी है और अधिक गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है. आम जनता से अनुरोध है कि वे ऐसी किसी भी सूचना या घटना को नजदीकी पुलिस स्टेशन के संज्ञान में लाएं."
रंगदारी मांगने वाले दो लोग हुए थे गिरफ्तार
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को भी को श्रीनगर में कारोबारियों से रंगदारी मांगने वाले दो लोगों को आतंकवादी बताकर गिरफ्तार किया था. पुलिस ने दो 'जबरन वसूली करने वालों' की पहचान खुशीपोरा के मोहम्मद यूनिस जरगर और नाटीपोरा के मोहम्मद रफीक भट के रूप में की थी. पुलिस ने कहा कि दोनों दुकानदारों को धमकियां दे रहे थे. श्रीनगर पुलिस ने एक ट्वीट में कहा था, "वे वर्चुअल नंबरों का उपयोग करके आतंकवादी होने का ढोंग कर मौद्रिक लाभ के लिए दुकानदारों को फर्जी धमकी भरे पत्र जारी कर रहे थे."
ये भी पढ़ें- Pragya Thakur: कर्नाटक में ‘भड़काऊ भाषण’ को लेकर BJP सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज