Jammu-Kashmir News: जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. शनिवार (24 दिसंबर) को घाटी में सेना ने अन्य सुरक्षाबलों के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया. सुरक्षाबलों ने यह कार्रवाई बारामूला जिले के उरी सेक्टर में की. 


बारामूला में तैनात 3 RR राजपूत के कमांडिंग ऑफिसर मनीष पुंज बताया, "हमने 24 दिसंबर की सुबह खोज अभियान चलाया जिसमें 8 AK-74 रायफल, 24 मैगजीन, 560 जिंदा कारतूस, चीनी पिस्तौल, 24 मैगजीन, 244 दूसरे जिंदा कारतूस, 9 चीनी और 5 पाकिस्तानी ग्रेनेड मिले हैं. हमें पाकिस्तानी बैलून मिले जिस पर 'आई लव पाकिस्तान' लिखा था."






बीच सड़क पर मिला था ग्रेनेड


उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के आजादगंज इलाके से शनिवार को एक ग्रेनेड बरामद किया गया, जिसके बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी. आनन फानन में ग्रेनेड को निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया. अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह ग्रेनेड बीच सड़क पर कैसे आया. पुलिस ने कहा कि आगे की जांच शुरू कर दी गई है. कश्मीर पुलिस को ऐसा संदेह भी है कि इलाके से कोई सुरक्षा वाहन गुजर रहा होगा, जिससे यह ग्रेनेड सड़क पर आ गिरा होगा.


केंद्रीय मंत्री का अपनी सरकार से सवाल


बता दें कि घाटी में पिछले एक साल में आतंकियों की ओर से कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाए जाने की वारदातों से दहशत है. ऐसे हालत के विरोध में कश्मीरी पंडित हड़ताल पर हैं. अब केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने उनका समर्थन किया है. जितेंद्र सिंह ने कहा कि खतरे का सामना कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की जान बचाने के लिए दर्जनों सरकारी कार्यालयों को बंद करना पसंद किया जाएगा. उन्‍होंने कहा कि जब तक एक भी व्‍यक्ति की जान खतरे में है तब तक दर्जनों कार्यालयों को बंद रखा जा सकता है. वहीं, उपराज्यपाल ने साफ कहा है कि यदि काम नहीं करेंगे, तो सैलरी नहीं मिलेगी. 


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