नई दिल्लीः सेना ने एक बार फिर से कश्मीर में पाकिस्तान की नापाक मनसूबों का खुलासा किया है. पूर्वोत्तर सैन्य कमांडर ले. जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर के उधमसिंह नगर में मीडिया से बातचीत में कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे आतंकी गतिविधियों का खुलासा किया. सेना के अधिकारी के मुताबिक, मौजूदा समय में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए 6 बड़े और 29 छोटे आतंकी कैम्प चलाए जा रहे हैं. इसके अलावा पाकिस्तानी सेना की मदद से  कश्मीर में कई लॉन्च पैड भी स्थापित किए गए हैं.


सेना के मुताबिक,  पिछले 11-12 महीनों में अगर 2-3 घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो फरवरी 2021 से लेकर अबतक दोनों देशों के बीच सीज फायर शांतिपूर्ण ढंग से कायम है. जिसके कारण घाटी में आतंकी हमलों में मरने वालों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गई है. 


बता दें कि कश्मीर में पाकिस्तान की नापाक हरकत किसी से छिपी हुई नहीं है. आए दिन पाकिस्तान कश्मीर में शांति भंग करने के मंसूबे बनाता रहता है. कश्मीर में किस तरह से शांति भंग हो इसके लिए सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ बदस्तूर जारी है. लेकिन सीमा के इस पार भारतीय सेना हर बार पाकिस्तानी आतंकवादियों को उनके मंसूबे पूरे नहीं करने देते हैं.


ऐसे कई मौके सामने आए हैं जब यह साबित हो चुका है कि कश्मीर में फैली अशांति के लिए पाकिस्तान और उसकी सेना ही जिम्मेदार है. लेकिन बावजूद इसके पाकिस्तान अभी-भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. 


गौरतलब है कि बीते कई दिनों में कश्मीर में भारतीय सेना ने कई आतंकी गतिविधियों को रोकने में कामयाबी हासिल की है. लेकिन बावजूद इसके आतंकी कश्मीर में वारदात को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं. आतंकवादी घाटी में आतंक का खौफ कायम करने के लिए आम नागरिकों के साथ-साथ सेना पर हमला करने से भी गुरैज नहीं कर रहे हैं. बीते दिनों ही ऐसी ही एक घटना में आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना के जवानों पर हमला कर वहां से फरार हो गए थे. इस आतंकी हमले में सेना के दो जवान शहीद हो गए थे. घाटी में आतंकवादियों पर नकेल कसने के लिए सेना हर संभव प्रयास कर रही है.


इसके लिए सेना समय-समय पर विशेष अभियान चला रही है. साथ ही सीमा से लगे इलाकों में सैन्य गतिविधियों को बढ़ा दिया गया है. आतंकियों से मुकाबला करने के लिए सेना को आत्याधुनिक हथियारों से लैस किया गया है. सेना ना केवल आतंकियों पर नकेल कस रही है, बल्कि स्थानीय लोगों आंतक का भय भी खत्म करने में जुटी हुई है. इसके लिए सेना के जवान और अधिकारी समय-समय पर दूरस्थ इलाकों में स्थित गांवों में लोगों के बीच पहुंचकर वहां का जायजा ले रहे हैं.  जिससे कि कश्मीर के लोगों के बीच आंतकियों के खौफ को कम किया जा सके. साथ ही घाटी में शांति स्थापित की जा सके.