Jammu Kashmir Infiltrated: पिछले कुछ दिनों में जम्मू में कई बड़े आतंकी हमले हुए हैं. इस बीच सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया है कि 40 से 50 पाकिस्तानी आतंकवादियों का एक समूह कथित तौर पर जम्मू क्षेत्र के पहाड़ी जिलों के ऊपरी इलाकों में छिपा हुआ है. हालांकि, सेना ने उन्हें पकड़ने के लिए इन इलाकों में बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा सूत्रों का कहना है कि इलाके में घुसपैठ करने में सफल रहे ये आतंकवादी काफी प्रशिक्षित हैं. दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तानी आतंकियों के पास कुछ सबसे आधुनिक हथियार हैं, जिनमें नाइट विजन से लैस अमेरिकी निर्मित एम4 कार्बाइन राइफलें भी शामिल हैं.


आधुनिक हथियारों से लैस होकर छिपे हैं आतंकी


रक्षा सूत्रों के अनुसार, इन आतंकवादियों के पास चीनी स्टील-कोटेड गोलियां भी हैं, जो बुलेटप्रूफ वाहनों को भेदने में सक्षम हैं. माना जा रहा है कि जम्मू संभाग में एक्टिव पाकिस्तानी आतंकवादी पहाड़ी और जंगलों में होने वाले युद्ध में भी काफी प्रशिक्षित हैं. वे अलग-अलग इलाकों में छोटे-छोटे ग्रुपों में खुद को बांट कर काम करते हैं.


आतंकियों को ट्रैक करने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी


हालांकि, खुफिया जानकारी मिलते ही भारतीय सेना के जवानों ने आतंकवादियों को ट्रैक करने और उनका पीछा करने के लिए घेराबंदी और सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. साथ ही सांबा जिले में भारत-पाकिस्तान इंटनेशनल बॉर्डर पर सुरंग का पता लगाने की प्रैक्टिस चल रही है. इसके साथ ही आतंकवादियों के ओवर-ग्राउंड वर्कर्स पर कार्रवाई की जा रही है.


सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़


इससे पहले सोमवार (22 जुलाई) को दिन में जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सेना के जवानों ने एक सैन्य चौकी और ग्राम रक्षा दल सदस्य (वीडीजी) के घर पर हुए आतंकवादी हमले की कोशिश को नाकाम कर दिया. सेना के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना में शामिल आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया था. उस दौरान सेना और आतंकियों के बीच मठभेड़ हो गई. 


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