श्रीनगर: जेकेएलएफ (जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट) के प्रमुख यासीन मलिक को आज हिरासत में ले लिया गया जबकि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नरम धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुक को नजरबंद कर दिया गया ताकि अलगाववादी विरोध प्रदर्शन की अगुवाई नहीं कर सकें.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मलिक को आज सुबह उनके मैसूमा स्थित आवास से हिरासत में लिया गया. उन्हें कोठीबाग स्थित पुलिस थाने में रखा गया है. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी नजरबंद हैं.
आम नागरिकों की कथित तौर पर सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मौत और वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के विरोध में, अलगाववादियों ने जॉइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) के बैनर तले आज हड़ताल करने की मंगलवार को घोषणा की थी.
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी की तीन साल तक चली सरकार गिर चुकी है. बीजेपी ने अपनी सहयोगी पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया था. राज्य में राज्यपाल साशन लागू हैं. राज्यपाल के राज्यपाल एनएन वोहरा हैं जिनके हाथों में राज्य की कमान है.
समर्थन वापसी को लेकर बीजेपी ने कहा है कि राज्य सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी, इसलिए सरकार गिराने की मजबूरी थी. वहीं पार्टी ने राज्य में बिगड़के हालात का हवाला देकर पीडीपी से समर्थन वापस लिया था. पार्टी ने बाद के बयानों में कहा कि राज्यपाल के हाथों में कामन हो ने से राज्य की स्थिति को बहतर करना आसान होगा.