Kulgam Encounter Updates: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में भारतीय सेना और आतंकियों के बीच गुरुवार (16 नवंबर) से ही मुठभेड़ चल रही है. कश्मीर आईजीपी विधि कुमार बिरदी ने बताया कि अभी तक पांच आतंकियों को ढेर कर दिया गया है. ऑपरेशन अभी अपने फाइनल स्टेज में है. कुलगाम में गुरुवार से ही सर्च ऑपरेशन चल रहा है. मारे गए सभी आतंकी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के हैं. ये वही लश्कर-ए-तैयबा है, जिसका प्रमुख हाफिज सईद है.
भारतीय सेना ने फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी रखा हुआ है. कुलगाम के सामनू इलाके में गुरुवार (16 नवंबर) को मुठभेड़ की शुरुआत हुई थी. अभी सुरक्षा बलों का ज्वाइंट ऑपरेशन चल रहा है. सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स, एलिट स्पेशल फोर्स यूनिट, पुलिस और सीआरपीएफ मिलकर आतंकियों की तलाश कर रहे हैं. आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए इलाके में घेराबंदी तेज कर दी गई है. दूर दराज इलाका होने की वजह से सेना बिल्कुल अलर्ट मोड में आतंकियों को तलाश रही है.
माना जा रहा है कि लश्कर-ए-तैयबा के दो स्थानीय और एक विदेशी आतंकी को घेर लिया गया है. हालांकि, अभी तक अधिकारियों की तरफ से इसकी पुष्टि या खंडन नहीं किया गया है. कुलगाम के इस इलाके में गुरुवार रात तो शांति रही, मगर शुक्रवार सुबह से ही गोलियां चलने की आवाज आ रही है. सेना ने इस पूरे इलाके को घेर लिया और लोगों को यहां से दूर रहने को कहा गया है. सेना के वाहन और बड़ी संख्या में जवान यहां पर मौजूद हैं.
सेना चला रही सर्च ऑपरेशन
कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार, कुलगाम जिले के डीएच पोरा इलाके के सामनू पॉकेट में गुरुवार दोपहर सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. अधिकारियों ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी का संकेत मिलने पर सुरक्षा बलों ने नेहामा गांव में तलाशी अभियान शुरू किया. वहीं, सेना को आता हुआ देखकर आतंकियों के बीच खलबली मच गई. उन्होंने तुरंत सुरक्षा बलों की ओर गोलियां चलाना शुरू कर दिया. सेना ने भी तुरंत मोर्चा संभाला और मुठभेड़ की शुरुआत हो गई.
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ वाले इलाके के चारों ओर कड़ी घेराबंदी कर रखी है, यहां पर आतंकवादी फंसे हुए हैं. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन रात भर के लिए स्थगित कर दिया गया था. लेकिन शुक्रवार सुबह से एक बार फिर ऑपरेशन शुरू हुआ है. अब ऑपरेशन अपने आखिरी चरण में चल रहा है. माना जा रहा है कि कुछ ही घंटों में इसे समाप्त कर दिया जाएगा और आतंकियों से बरामद हुए हथियार की जानकारी दी जाएगी.
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