Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 'दिव्यांग' की मदद को आगे आया केंद्रीय मंत्रालय, सर्जरी का दिया आश्वासन
Jammu and Kashmir's Divyang: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में एक पैर से दिव्यांग बच्चे की मदद को केंद्रीय प्रशासन आगे आया है. जिसके तहत उसे करेक्टिव सर्जरी समेत प्रोस्थेटिक सपोर्ट का आश्वासन दिया गया है.
Jammu and Kashmir News: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कुपवाड़ा (Kupwara) में एक दिव्यांग (Divyang) की मदद के लिए केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (Union Ministry of Social Justice and Empowerment) आगे आया है. अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक पैर से स्कूल जाने वाले परवेज नाम के दिव्यांग बच्चे से केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने संपर्क किया है. इसके साथ ही मंत्रायल की ओर से दिव्यांग बच्चे को 'करेक्टिव सर्जरी समेत प्रोस्थेटिक सपोर्ट' देने का आश्वासन दिया गया है.
जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में रहने वाला दिव्यांग बच्चा परवेज, नौगाम के सरकारी हाई स्कूल में क्लास 9 का छात्र है. जिसने काफी कम उम्र में अपना बांया पैर खो दिया था. लेकिन उसने कभी खुद को कमजोर नहीं पड़ने दिया और वह अपनी पढ़ाई जारी रखे हुए हैं. फिलहाल सामचार एजेंसी एएनआई की ओर से मुद्दे को उठाने को बाद सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने इस पर संज्ञान लिया और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की एक टीम ने बच्चे से संपर्क साधा है.
ट्वीट कर दी जानकारी
प्रतिमा भौमिक ने रविवार को एक ट्वीट कर जानकारी दी कि मंत्रालय की ओर से कुछ विशेषज्ञों की टीम दिव्यांग बच्चे के घर पहुंच कर उसके हालात का जायजा लिया है. इसके बाद वह उसके आगे के इलाज के लिए आवश्कय कदम उठाएंगी.
The Experts from Composite Regional Center, Srinagar under Ministry of @MSJEGOI, reached to the home of this Divyang boy in Kupwara District today. Necessary steps are being taken up for corrective surgery and prosthetic support. @PMOIndia @socialpwds https://t.co/lQqBZ9g4DZ pic.twitter.com/9z08LsOOfy
— Pratima Bhoumik (@PratimaBhoumik) June 5, 2022
दिव्यांग ने की कृत्रिम अंग की मांग
इससे पहले ANI से बातचीत करते हुए शुक्रवार के दिन 14 साल के दिव्यांग (Divyang) बच्चे ने बताया कि वह एक पैर के सहारे ही रोजाना तकरीबन दो किलोमीटर की दूरी तय कर पढ़ाई करने स्कूल जाता है. उसका कहना है कि उसके इलाके में सड़कें ठीक नहीं होने के कारण उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बच्चे का कहना है कि अगर उसे कृत्रिम अंग मिल जाए तो वह चल सकता है. जिससे उसका जीवन आसान बन सकता है.
#WATCH| Specially-abled boy walks to school on one leg to pursue his dreams in J&K's Handwara. He has to cover a distance of 2km while balancing on a one leg
— ANI (@ANI) June 3, 2022
Roads are not good. If I get an artificial limb,I can walk. I have a dream to achieve something in my life, Parvaiz said pic.twitter.com/yan7KC0Yd3
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