Jammu and Kashmir News: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कुपवाड़ा (Kupwara) में एक दिव्यांग (Divyang) की मदद के लिए केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (Union Ministry of Social Justice and Empowerment) आगे आया है. अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक पैर से स्कूल जाने वाले परवेज नाम के दिव्यांग बच्चे से केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने संपर्क किया है. इसके साथ ही मंत्रायल की ओर से दिव्यांग बच्चे को 'करेक्टिव सर्जरी समेत प्रोस्थेटिक सपोर्ट' देने का आश्वासन दिया गया है.


जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में रहने वाला दिव्यांग बच्चा परवेज, नौगाम के सरकारी हाई स्कूल में क्लास 9 का छात्र है. जिसने काफी कम उम्र में अपना बांया पैर खो दिया था. लेकिन उसने कभी खुद को कमजोर नहीं पड़ने दिया और वह अपनी पढ़ाई जारी रखे हुए हैं. फिलहाल सामचार एजेंसी एएनआई की ओर से मुद्दे को उठाने को बाद सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने इस पर संज्ञान लिया और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की एक टीम ने बच्चे से संपर्क साधा है.


ट्वीट कर दी जानकारी


प्रतिमा भौमिक ने रविवार को एक ट्वीट कर जानकारी दी कि मंत्रालय की ओर से कुछ विशेषज्ञों की टीम दिव्यांग बच्चे के घर पहुंच कर उसके हालात का जायजा लिया है. इसके बाद वह उसके आगे के इलाज के लिए आवश्कय कदम उठाएंगी.






दिव्यांग ने की कृत्रिम अंग की मांग


इससे पहले ANI से बातचीत करते हुए शुक्रवार के दिन 14 साल के दिव्यांग (Divyang) बच्चे ने बताया कि वह एक पैर के सहारे ही रोजाना तकरीबन दो किलोमीटर की दूरी तय कर पढ़ाई करने स्कूल जाता है. उसका कहना है कि उसके इलाके में सड़कें ठीक नहीं होने के कारण उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बच्चे का कहना है कि अगर उसे कृत्रिम अंग मिल जाए तो वह चल सकता है. जिससे उसका जीवन आसान बन सकता है.






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