Supreme Court Judges: सुप्रीम कोर्ट को दो नए जज मिले हैं, जिसके बाद शीर्ष अदालत में मंजूर की गई जजों की संख्या पूरी हो गई है. जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और जस्टिस आर महादेवन को सुप्रीम कोर्ट के जजों के रूप में प्रमोट किया गया है. केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार (16 जुलाई) को सुप्रीम कोर्ट के नए जजों की नियुक्ति का ऐलान किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इन नियुक्तियों की घोषणा की. 


जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और जस्टिस आर महादेवन को अभी शपथ लेना है. एक बार शपथ ग्रहण पूरा हो जाएगा तो सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस समेत कुल जजों की संख्या फिर से 34 हो जाएगी, जो अदालत में जजों की स्वीकृत अधिकतम संख्या है. जम्मू-कश्मीर के चीफ जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह मणिपुर से सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त होने वाले पहले जज बन गए हैं. जस्टिस महादेवन वर्तमान में मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस हैं.


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की जजों की नियुक्ति


केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक ट्वीट में कहा, "भारत के संविधान के जरिए मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए और भारत के माननीय चीफ जस्टिस से परामर्श के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर निम्नलिखित लोगों की नियुक्तियां की हैं." उन्होंने अपने ट्वीट के साथ एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और जस्टिस आर महादेवन का नाम शामिल है. इसमें ये भी बताया है कि अभी वे किस हाईकोर्ट के जज हैं.




कौन हैं जस्टिस कोटिश्वर सिंह?


बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस कोटिश्वर सिंह फरवरी 2023 से ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं. वह मूल रूप से मणिपुर से आते हैं. जस्टिस कोटिश्वर का जन्म 1 मार्च, 1963 को इंफाल में हुआ. उनके पिता का नाम एन इबोटोमी सिंह है, जबकि माता का नाम एन गोमती देवी है. जस्टिस कोटिश्वर के पिता गुवाहाटी हाईकोर्ट के जज रह चुके हैं. स्वर्गीय इबोटोमी सिंह मणिपुर के पहले एडवोकेट जनरल भी थे. 


जस्टिस कोटिश्वर सिंह ने गुवाहाटी हाईकोर्ट में ट्रांसफर से पहले कुछ समय तक सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस की. 2008 में उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का वरिष्ठ वकील नामित किया गया. 2011 में जस्टिस कोटिश्वर सिंह को गुवाहाटी हाईकोर्ट का एडिशनल जज बनाया गया और 2012 में वह स्थायी जज बन गए. वर्ष 2013 में मणिपुर हाईकोर्ट के निर्माण पर उन्हें इसका जज नियुक्त किया गया था. 2018 में उन्हें फिर से गुवाहाटी हाईकोर्ट भेजा गया. इसके बाद वह 2023 में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने. 


कौन हैं जस्टिस महादेवन? 


जस्टिस महादेवन मई 2024 से मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस हैं. उन्होंने अपनी कानून की डिग्री मद्रास लॉ कॉलेज से हासिल की है. वह 1989 में एक वकील के तौर पर हाईकोर्ट में काम करने लगे. उनके पास 25 सालों का अनुभव है. उन्होंने तमिलनाडु सरकार के लिए अतिरिक्त सरकारी वकील (टैक्स) और मद्रास हाईकोर्ट में भारत सरकार के लिए 'एडिशनल सेंट्रल गवर्नमेंट' के स्थायी वकील और वरिष्ठ पैनल वकील के रूप में काम किया है. उन्हें 2013 में हाईकोर्ट में जज के तौर पर प्रमोट किया गया. 


यह भी पढ़ें: 'न स्विगी, न जोमैटो, बच्चों को खिलाएं मां के हाथ का टेस्टी खाना', जब केरल हाई कोर्ट ने माता-पिता को दी ये सलाह