Manoj Sinha On Ganderbal Attack: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में मजदूरों के एक शिविर पर हुए आतंकवादी हमले को लेकर सोमवार (21 अक्टूबर) को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पड़ोसी देश पाकिस्तान पर हमला किया. उन्होंने कहा कि जब-जब जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल होती है, तब-तब पड़ोसी देश डर जाता है.


मनोज सिन्हा (जम्मू-कश्मीर एलजी) गांदरबल आतंकी हमले पर कहा, “आतंकवाद का समूल नाश ही हमारा उद्देश्य है. इस मामले पर कल गृहमंत्री जी ने भी बात की है. हमारा पडोसी यह संदेश देना चाहता है कि जम्मू में लोकतंत्र रहेगा तो वह चैन से नहीं बैठेगा.”


‘आतंकवाद को जड़ से करेंगे खत्म’


उन्होंने आगे कहा, “जम्मू कश्मीर में अमन शांति देखकर हमारा पडोसी देश डरता है. हमारे सुरक्षाबल किसी भी आतंकवादी को नहीं छोड़ेंगे. हम आतंकवाद को जड़ से समाप्त कर देंगे. जो कोई आतंकवादी घुसपैठ करके यहां आ गए हैं उनको हमारे सुरक्षाबल उनके आका के पास पहुंचा देंगे.” एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, "जहां तक ​​परिवार के सदस्यों का सवाल है, कंपनी ने उन्हें वित्तीय सहायता भी दी है. गृह सचिव अन्य प्रावधानों पर विचार कर रहे हैं."






आतंकवादी हमले की हो रही घोर निंदा


वहीं, मीरवाइज उमर फारूक सहित हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कई नेताओं ने भी इस हमले की निंदा की. हुर्रियत ने एक बयान में कहा, “अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक और प्रोफेसर घनी भट, बिलाल घनी लोन और मसरूर अब्बास अंसारी सहित हुर्रियत के वरिष्ठ सदस्य गगनगीर में हुए वीभत्स हादसे पर गहरा दुख एवं संवेदना जताते हैं.”


मीरवाइज ने जोर देकर कहा कि इस्लाम इस अमानवीय घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता है. उन्होंने कहा, “हर जिंदगी कीमती है और इस तरह से जान गंवाना बेहद दर्दनाक है.” मीरवाइज ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यह हिंसा और अनिश्चितता के अंतहीन चक्र की याद दिलाता है, जिसे क्षेत्र के लोग दशकों से झेल रहे हैं. हुर्रियत अध्यक्ष ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की.


पाकिस्तान के साथ नहीं हो सकती बातचीत- फारूक अब्दुल्ला


नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर इस्लामाबाद भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखना चाहता है तो उसे यहां आतंकवादी घटनाएं रोकनी होंगी. पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक पड़ोसी देश जम्मू-कश्मीर में हत्याएं बंद नहीं करता, तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं हो सकती.


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