Jammu & Kashmir: महबूबा मुफ्ती को घर खाली करने का नोटिस, पूर्व CM बोलीं- बहन के घर जा रही हूं, नहीं बचा कोई विकल्प
महबूबा के पास कोई संवैधानिक पद नहीं होने के कारण प्रशासन चाहता है कि वह घर खाली कर दें. 15 अक्टूबर को उन्हें केंद्र शासित प्रदेश के संपदा विभाग ने घर खाली करने के लिए एक नोटिस भी भेज दिया है.
Mehbooba Mufti Home: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को अब जल्द ही श्रीनगर (Srinagar) के गुप्कर रोड पर आठ कमरों वाले बंगले फेयर व्यू गेस्ट हाउस को छोड़ना होगा. हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री और प्रशासन के बीच अभी तक नए घर को लेकर कोई सहमति नहीं बनी है. बागों से घिरा, फेयर व्यू गेस्ट हाउस महबूबा के पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद को 2005 में आवंटित किया गया था, जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन सरकार में सीएम के रूप में तीन साल पूरे किए थे.
इस्तीफा देने के बाद भी इसी घर में रहीं मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने अप्रैल 2016 और जून 2018 के बीच मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान वहां रहना जारी रखा. बाद में प्रेस ब्रीफिंग और पार्टी की बैठकों के लिए एक सम्मेलन कक्ष को विशाल लॉन में जोड़ा गया. महबूबा को जून 2018 (पीडीपी-बीजेपी सरकार गिरने के बाद) में सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद भी आवास पर बने रहने की अनुमति दी गई थी.
घर खाली करने के लिए दिया 15 नवंबर तक का समय
हालांकि, अब महबूबा के पास कोई संवैधानिक पद नहीं होने के कारण प्रशासन चाहता है कि वह घर खाली कर दें. 15 अक्टूबर को उन्हें केंद्र शासित प्रदेश के संपदा विभाग ने घर खाली करने के लिए एक नोटिस भी भेज दिया है. 10 दिन बाद भेजे गए एक दूसरे नोटिस में कहा गया कि वह एक "अनधिकृत कब्जा" है और "अब वे पूर्व मुख्यमंत्री की क्षमता में सरकारी आवास को बनाए रखने की हकदार नहीं हैं." उन्हें घर छोड़ने के लिए 15 नवंबर तक का समय दिया गया है.
इस पूरे घटनाक्रम पर महबूबा ने यह तर्क देने की कोशिश की कि उन्हें गुप्कर रोड आवास सुरक्षा के आधार पर प्रदान किया गया था, न कि मुख्यमंत्री के नामित निवास के रूप में. उधर, प्रशासन ने उनके तर्क को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि सरकार उन्हें एक वैक्लिपक आवास देने के लिए तैयार है. महबूबा मुफ्ती अब तक प्रशासन के एक घर को ठुकरा चुकी हैं. वहीं प्रशासन ने उन्हें एम5, तुलसीबाग में एक वीआईपी बंगला दिखाया है, जहां वह पिछले शनिवार को गई थीं. इस घर में उन्होंने रुचि व्यक्त की थी. हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है.
पार्टी की ओर से क्या कहा गया?
श्रीनगर के बाहरी इलाके नौगाम में मुफ्ती के परिवार के घर को उन्होंने पहले ही खारिज कर दिया है, क्योंकि उनके विस्तारित परिवार के सदस्य वहां रहते हैं. पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि मुफ्ती को आवंटित वीआईपी बंगला पीडीपी प्रमुख के रूप में मिलने वाले विजिटर्स की संख्या के कारण "खराब" और "अनुपयुक्त" था.
'मैं अपनी बहन के घर जा रही हूं, कोई विकल्प नहीं बचा है'
वहीं, इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए महबूबा ने कहा, "मैं अपनी बहन के घर जा रही हूं. वह विदेश में रहती हैं. हमारे पास कई विकल्प नहीं है. घर में निजता का अभाव था जो उन्होंने हमें तुलसीबाग में दिखाया था. यह भी अच्छी स्थिति में नहीं था, इसलिए हमने इसे नहीं लेने का फैसला किया." उन्होंने कहा कि नए स्थान (खिम्बर में) की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में उनके साथ अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के सूत्रों ने कहा कि स्थान पर खतरे की धारणा के बारे में आंतरिक रूप से समीक्षा की जा रही है.
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