Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को श्रीनगर के बाहरी इलाके में कम आबादी वाले खिंबर क्षेत्र के नए आवास को जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir) की विशेष सुरक्षा विंग से सिक्योरिटी क्लियरेंस नहीं मिल पाई है. 


केंद्र शासित प्रदेश के वीवीआईपी लोगों की व्यक्तिगत सुरक्षा की देखभाल करने वाली जम्मू-कश्मीर पुलिस की सिक्योरिटी विंग ने अपनी आधिकारिक रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा है कि जिस जगह पर पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती रह रही हैं वह सिक्योरिटी प्रोटोकॉल के मुताबिक सही जगह नहीं है और स्टैंडर्ड सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को पूरा नहीं करती है.


क्या होती है सिक्योरिटी क्लियरेंस?
जम्मू-कश्मीर पुलिस कि स्पेशल सिक्योरिटी विंग जम्मू-कश्मीर में रहने वाले सभी वरिष्ठ राजनेताओं की सिक्योरिटी का एनॉलिसिस करती है और उसके अनुसार ही वीआईपी को सिक्योरिटी क्लियरेंस देती है. उनकी यह रिपोर्ट वीआईपी की सिक्योरिटी और उनके प्रति खतरे के एनालिसिस पर आधारित होती है. 


कहां है महबूबा मुफ्ती का नया घर?
जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती का नया घर उनके गुप्कर लेन में स्थित घर से 16 किमी की दूरी पर है. महबूबा अभी जहां रह रही हैं वह घर पहाड़ी की ढलान पर स्थित है और वह लंबे समय से उजाड़ भी है. उनके घर के आसपास बहुत कम आबादी है और उनके घर के पीछे एक और विशाल वन क्षेत्र भी है, जिससे वह दूर से ग्रेनेड और रॉकेट से होने वाले हमलों के लिए अधिक संवेदनशील  है.
 
महबूबा मुफ्ती ने क्यों छोड़ा सरकारी घर?
अक्टूबर महीने में जम्मू कश्मीर प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर सार्वजनिक परिसर (अनधिकृत कब्जा धारियों की बेदखली) 1988 की धारा 5 की धारा (2) के तहत महबूबा मुफ्ती को सरकारी आवास खाली करने को कहा था. घर छोड़ने का नोटिस मिलने के बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन ने श्रीनगर के तुलसी बाग इलाके में पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती को हाई सिक्योरिटी इलाके में एम5 क्वार्टर की पेशकश की थी. 


यह वो इलाका है जहां पर सरकार की हाई पोस्ट पर बैठे सरकारी अधिकारी, पूर्व मंत्री और राजनेता रहते हैं. हालांकि महबूबा मुफ्ती ने उनको ऑफर किये गये आवंटित क्वार्टर को जीर्ण-शीर्ण स्थिति और अनुपयोगी पाया था. 


सिक्योरिटी क्लियरेंस को लेकर क्या बोली महबूबा मुफ्ती?
पीडीपी की अध्यक्ष और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने उनको सिक्योरिटी क्लियरेंस नहीं मिलने को लेकर कहा है कि उनको सुरक्षा मंजूरी के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि उनको इस बारे में अभी तक किसी ने कुछ नहीं बताया है. गौरतलब है कि मुफ्ती 30 नवंबर को अपनी बेटी और मां के साथ खिंबर में अपनी बहन के घर शिफ्ट हो गईं थी. 


Border Dispute: 'बेलगावी नहीं लाएं बस, हो सकता है पथराव'- कर्नाटक ने महाराष्ट्र को किया अलर्ट, पवार बोले- धैर्य की परीक्षा न लें