Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में डॉक्टरों ने एक नया कारनामा कर दिखाया है. उन्होंने समय से पहले जन्म (प्री मेच्योर बर्थ) लेने वाले एक बच्चे को बचाया है. दरअसल, एक दंपति को महज 24 हफ्तों में ही अपने बेटे को जन्म देना पड़ गया. ऐसे में यह कहा गया कि यह बच्चा जम्मू कश्मीर के सबसे छोटे बच्चों में से एक है.
डॉक्टरों ने बताया कि अर्जुन नाम का एक बच्चा (गोपनीयता के लिए बदला हुआ नाम) एक ऐसे जोड़े के घर पैदा हुआ, जिनके पहले भी जो बच्चे जन्मे थे वो समय से पहले पैदा हुए थे.
जन्म लेते ही अर्जुन को हैं कई परेशानियां
ऐसे में अर्जुन के जन्म लेते ही हॉस्पिटल ने पहले से तैयारी कर रखी थी. डॉक्टरों ने बताया कि अर्जुन को भी पैदा होते ही अपरिपक्व फेफड़ों, मस्तिष्क, हृदय और आंत समेत कई बीमारियां थी, जिस वजह से उसको 50 दिनों तक हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर रखा गया था.
अर्जुन का इलाज करने वाले नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ. विकास महाजन ने कहा कि इलाज के दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया, बच्चे को सांस लेने में गंभीर परेशानी थी और उसको रक्तस्त्राव भी हो रहा था. संक्रमण की वजह से उसके मस्तिष्क को क्षति पहुंच चुकी थी. उन्होंने कहा कि उसकी स्थिति को स्थिर करने के लिए उनको काफी ब्लड और दवाओं की जरूरत थी.
जन्म लेने के 2.5 महीने बाद अस्पताल ने दी अर्जुन को छुट्टी
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि उन्होंने परिवार को वित्तीय सहायता भी प्रदान की. उन्होंने बताया कि जन्म के 2.5 महीने बाद 2.3 किलो वजन के साथ अर्जुन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. डॉ. महाजन ने कहा कि अर्जुन का बचना एक चमत्कार है, क्योंकि 24 सप्ताह से पहले पैदा हुए बच्चों के जीवित रहने की संभावना बहुत कम होती है. उन्होंने कहा, वह एक योद्धा है और उसने सभी बाधाओं को पार किया है. हमें खुशी है कि वह स्वस्थ और सुरक्षित घर जा रहे हैं.
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