Farooq Abdullah On BJP: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में तीन दशक से ज्यादा समय के अंतराल के बाद निकाले गए मुहर्रम के जुलूस में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुहर्रम का जुलूस निकलने से मुस्लिमों का वोट पा लेनी की बीजेपी की मंशा पूरी नहीं होगी.
मुहर्रम जुलूस को लेकर फारूक अब्दुल्ला का बीजेपी पर हमला
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''मुहर्रम का जुलुस जम्मू कश्मीर में कई वर्षों बाद निकला है इससे पहले जब में जम्मू कश्मीर का CM था तब ऐसा मुहर्रम का जुलुस निकलता था, लेकिन बीजेपी के राज में यह जुलुस निकलने से उसे (बीजेपी) को क्या लगता है की वह मुस्लिमों का वोट पा लेगी? उसकी यह मंशा कभी पूरी नहीं होने वाली है.'' इसी के साथ उन्होंने कहा कि बीजेपी ने देश में साम्प्रदायिक माहौल बना दिया है.
'उम्मीद है कि पीएम संसद में मणिपुर पर जल्द बयान देंगे'
नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला जदीबल श्रीनगर में मोहर्रम जुलूस में शामिल हुए थे. उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह प्रार्थना करते हैं कि मणिपुर और देश के बाकी हिस्सों में जारी हिंसा और अत्याचार खत्म हो जाएं. उन्होंने यह भी कहा, ''उम्मीद है कि पीएम मोदी संसद में मणिपुर पर जल्द बयान देंगे.''
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी श्रीनगर में मोहर्रम जुलूस में शामिल हुए. मोहर्रम जुलूस में शामिल होने वाले अन्य लोगों में श्रीनगर के मेयर जुनैद मट्टू और राजनीतिक दलों के अन्य नेता शामिल थे.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बोले, 'कर्बला के शहीदों को नमन'
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मौके पर कहा कि वह हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों के बलिदान को याद करते करते हैं. एलजी के हवाले से प्रवक्ता ने बयान में कहा, ''मैं कर्बला के शहीदों को नमन करता हूं और हजरत इमाम हुसैन (एएस) के बलिदान और उनके आदर्शों को याद करता हूं."
यह भी पढ़ें- Jammu Kashmir: घाटी में 34 साल बाद निकाला गया मुहर्रम का जुलूस, एलजी मनोज सिन्हा भी हुए शामिल