जम्मू: सुरक्षा एजेंसियों को नगरोटा एनकाउंटर में एक बड़ी कामयाबी मिली है. सुरक्षाबलों ने जम्मू के साम्बा जिले में उस पाकिस्तानी सुरंग का पता लगाया है, जिसके जरिए जैश के आतंकियों ने घुसपैठ की थी. दरअसल, पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबो को लेकर एक बार फिर बेनकाब हुआ है. नगरोटा हमले की जांच में जुटी एजेंसियों को रविवार को उस वक्त एक बड़ी कामयाबी मिली, जब बीएसएफ ने उस सुरंग का पता लगाया, जिसके जरिए चार जैश के आतंकियों ने घुसपैठ की थी.
जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक जिस सुरंग को पार कर इस महीने की 18 तारीख को पाकिस्तान के शक्करगढ़ से चार जैश के आतंकी जम्मू पहुंचे थे, उसका सुरक्षाबलों ने पता लगाया है. उनके मुताबिक यह एक बड़ी कामयाबी है और तबाही का जो सामान 19 तारीख को आतंकी ला रहे थे, वो इसी टनल से आतंकी लेकर आए थे.
उन्होंने कहा कि आतंकियों के पास से जो सामान मिला, उसी के सबूतों की बुनियाद पर जांच यहां तक पहुंची. उन्होंने कहा कि इस मामले से जुड़े सभी सबूत बीएसएफ के साथ शेयर किए गए. जिसके बाद इस इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया. तब जाकर रविवार को करीब 12 बजे यह टनल मिली.
पाकिस्तान की भागीदारी
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के बैग इस सुरंग के मुंह से निकाले गए और इसके अलावा कई ऐसे सबूत हैं जो इस मामले में पाकिस्तान की भागीदारी को दर्शाते हैं. जिसमें दवाइयां, टेलीफोन और खाने-पीने का वो सामान है जो आतंकी लेकर आए थे. उन्होंने कहा कि यह तमाम चीजें इस हमले में पाकिस्तान की भागीदारी को दर्शाता है.
वहीं जम्मू के बीएसएफ के आईजी एन के जम्वाल के मुताबिक यह एक बड़ी कामयाबी है और इसका श्रेय उन्होंने अपने जवानों और अधिकारियों को दिया, जिन्होंने 48 घंटों की लगातार मशक्कत के बाद इस टनल को ढूंढ निकाला. उनके मुताबिक इस जांच में बीएसएफ को जम्मू कश्मीर पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों की लगातार सूचनाएं मिल रही थी.
नई है टनल
जिसके आधार पर इस इलाके तक पहुंचे और इस टनल को ढूढ निकाला गया. बीएसएफ के मुताबिक यह काफी मुश्किलों भरा इलाका है और यहां से कुछ ही दूरी पर पाकिस्तान का क्षेत्र है. बीएसएफ का कहना है कि यह एक नई टनल है और इसका इस्तेमाल पाकिस्तान ने पहली बार किया है.
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