Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए (NIA) का एक्शन देखने को मिला है. घाटी के शोपियां (Shopian) और राजौरी (Rajouri) जिले के कई इलाकों में एनआईए ने छापेमारी की है. जानकारी के मुताबिक, ये छापेमारी आतंक (Terror) से संबंधित मामलों को लेकर की गई है. इससे पहले टेरर फंडिंग को लेकर भी एनआईए ने कई जगहों पर छापेमारी की थी.


जम्मू-कश्मीर में इस समय आतंकी संगठन पैसे की भारी किल्लत का सामना कर रहे हैं. यही कारण है कि अब सीमा पार से आतंक फैलाने के लिए फंडिंग के अलग-अलग रास्ते खोजे जा रहे हैं.  जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए बाहरी देशों से पैसा लाकर आतंकियों तक पहुंचाया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसियां पिछले एक साल से इस पूरे नेटवर्क पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं.


पहले हो चुकी है छापेमारी


सुरक्षा एजेंसियां टेरर फंडिंग को लेकर सतर्क हैं और इसी सिलसिले में छापेमारी की जा रही है. इससे पहले राजौरी, पुंछ, कुपवाड़ा, किश्तवाड़, और डोडा समेत जम्मू के कई इलाकों में छापेमारी की गई थी. एनआईए के साथ साथ एसआईए ने हाल ही में पुंछ जिले में भी छापेमारी की थी. इस छापेमारी में दो सगे भाइयों से अहम दस्तावेज बरामद किए गए थे. ऐजेसियों ने एक महीने पहले भी जम्मू में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी.


अरब देशों के जरिए आ रहा हवाला का पैसा


सुरक्षा एजेंसियों (Security Agencies) को जानकारी मिली थी कि अरब देशों (Gulf Countries) के जरिए देश में हवाला का पैसा आ रहा है. टेरर फंडिंग (Terror Funding) का रूप अब अरब देशों से होकर नेपाल और बांग्लादेश के रास्ते भारत के कई हिस्सों में पहुंचता है. इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली जैसे राज्य भी शामिल हैं. यहां पैसा पहुंचाने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) अपने एजेंटों को जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के गावों में एक्टिव रखती है. इन गांवों से पैसों को लाकर देश के दूसरे हिस्सों में भेजा जाता है.


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