Jammu-Kashmir Congress: वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने शुक्रवार को कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा दे दिया है. आजाद ने अपने इस्तीफे में पार्टी आलाकमान पर हमला बोला और जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में एक नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है. आजाद के पार्टी छोड़ने के बाद से कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी लग गई है. सोमवार को कांग्रेस के तीन और नेताओं जिनमें एक पूर्व विधायक और दो पूर्व एमएलसी शामिल हैं ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा दे दिया.


आजाद के समर्थन में कांग्रेस छोड़ने वालों में पूर्व स्पीकर गुलाम हैदर मलिक का नाम भी शामिल है. वह कठुआ के बानी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रह चुके हैं. उनके अलावा कांग्रेस के दो पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता (कठुआ) और श्याम लाल भगत (डोडा) ने आज कांग्रेस आलाकमान को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इन तीनों नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देने का ऐलान किया.  


आजाद के समर्थन में इन्होंने भी छोड़ी कांग्रेस


आजाद का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के लिए एक बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है. दो दिन पहले भी आजाद के समर्थन में 6 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. जिनमें जीएम सरूरी, हाजी अब्दुल राशिद, मोहम्मद अमीन भट्ट, गुलजार अहमद वानी, चौधरी मोहम्मद अकरम और आरएम चिब का नाम शामिल था. ये सभी नेता कांग्रेस के पूर्व विधायक रह चुके हैं. इन सभी नेताओं ने खुलकर आजाद का समर्थन किया था. 


आजाद ने सोनियां और कांग्रेस पर साधा निशाना


पार्टी छोड़ने के बाद से ही आजाद और कांग्रेस के बीच जुबानी हमला तेज होने लगा है. गुलाम नबी आजाद ने इस बार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता ही विदेश से हो रही है. उन्होंने कहा जो मेरी टाइमिंग के बीत करते हैं, उन लोगों के पास कांग्रेस के लिए टाइम ही कहां है. आजाद ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि घर गिर रहा है अब खंभे भी गिर रहे हैं. उसमें दबकर मरने से अच्छा है कि बाहर निकल जाएं. जिन लोगों को सती होना है, वे वहां रहें. 


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