Poonch Terror Attack: राजौरी और पुंछ में हुए आतंकी हमलों में शामिल आतंकियों की मदद पाकिस्तान में सक्रिय तीन से चार स्थानीय आतंकी कर रहे हैं. यह आतंकी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कमांडरों के निर्देश पर जम्मू के राजौरी और पुंछ में छिपे आतंकियों के लिए विभिन्न रास्तों की निशानदेही, उनकी आवाजाही को सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके लिए रहने और खाने का इंतजाम कर रहे हैं.
राजौरी और पुंछ में पिछले 2 महीनों में हुए 2 बड़े आतंकी हमले की जांच कर रही एजेंसियों ने एबीपी न्यूज़ को बताया है कि इन हमलों में आतंकियों के दो अलग-अलग ग्रुप शामिल हैं जिनमें करीब 2 से 3 विदेशी और दो स्थानीय आतंकी शामिल हो सकते है.
मदद के लिए इन आतंकियों को चुना
सूत्रों ने बताया है कि राजौरी और पुंछ में आतंकियों की मदद के लिए लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद ने पाकिस्तान में सक्रिय जम्मू के रियासी जिले के माहोर इलाके के रियाज अहमद उर्फ कासिम, डोडा जिले के ठाठरी इलाके का मोहम्मद अमीन उर्फ खुबैब उर्फ हारून और पुंछ जिले के मेंढक के रफीक नाई उर्फ सुल्तान को चुना है. आतंकी संगठनों के इशारे पर राजौरी और पुंछ में छिपे इन आतंकियों के लिए विभिन्न रास्तों पर हर तरीके से मदद कर रहे हैं.
राजौरी-पुंछ की भौगोलिक स्थिति से परिचित
सूत्रों ने यह भी बताया है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने इन आतंकियों को इस काम के लिए इसलिए चुना है क्योंकि यह तीनों आतंकी राजौरी और पुंछ की भौगोलिक स्थितियों से भलीभांति परिचित हैं. साथ ही इनके राजौरी और पुंछ में काफी लोग परिचित हैं जो न केवल आतंकियों के लिए बतौर ओजीडब्ल्यू काम कर रहे हैं बल्कि इनमें से कुछ के पास हवाला के जरिए पैसा भी आता है.
सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तान में सक्रिय कासिम खुबैब और नाई का नाम केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की तरफ से जारी "मोस्ट वांटेड टेरेरिस्ट" की लिस्ट में भी शामिल है. इन तीनों आतंकियों में से कासिम और नाई राजौरी और पुंछ के रहने वाले हैं, जबकि खुबैब ने पाकिस्तान जाने से पहले इन दोनों इलाकों में काफी समय बिताया है.