Jammu Kashmir: भारत के अभिन्न राज्य जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में जी20 की बैठक शुरू . इस बात पर दुश्मन देश पाकिस्तान को मिर्ची लग रही है और वह इस आयोजन को असफल करने की हर संभव कोशिश कर रहा है. उसने आधिकारिक रूप से इस आयोजन का विरोध दर्ज करवाया, और अब आईएसआई द्वारा पोषित सिख समूह को भी उसने इस साजिश में शामिल कर लिया है.
आतंकवादी समूह सिख फॉर जस्टिस (SFJ)अब जम्मू कश्मीर के मोबाइल में प्री-रिकॉर्डेड मैसेज के जरिए संदेश देने की कोशिश कर रहा है. इस मैसेज में जम्मू-कश्मीर में मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं को बैठक का बहिष्कार करने और श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को रोकने का आह्वान शुरू कर दिया है.
इन नंबरों से कर रहा है मैसेज
सिख फॉर जस्टिस के संयोजक गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से यूके के नंबरों जैसे +447520693559, +447418343648 से 15 मई की शाम से कई मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं ने अपने फोन पर एक प्री-रिकॉर्डेड मैसेज भेजने शुरू कर दिए हैं.
रिकॉर्ड किए गए मैसेज में न केवल श्रीनगर में G20 बैठक के बहिष्कार का आह्वान किया गया है, बल्कि यह भी कहा गया है, कश्मीर भारत नहीं है, लिहाजा जब जी20 प्रतिनिधि कश्मीर लैंड करते हैं तो एयरपोर्ट पर उनका रास्ता रोकने की कोशिश की जानी चाहिए.
इन नंबरों से कर रहा है मैसेज
सिख फॉर जस्टिस के संयोजक गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से यूके के नंबरों जैसे +447520693559, +447418343648 से 15 मई की शाम से कई मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं ने अपने फोन पर एक प्री-रिकॉर्डेड मैसेज भेजने शुरू कर दिए हैं. रिकॉर्ड किए गए मैसेज में न केवल श्रीनगर में G20 बैठक के बहिष्कार का आह्वान किया गया है, बल्कि यह भी कहा गया है, कश्मीर भारत नहीं है, लिहाजा जब जी20 प्रतिनिधि कश्मीर लैंड करते हैं तो एयरपोर्ट पर उनका रास्ता रोकने की कोशिश की जानी चाहिए.
इस मैसेज में एसएफजे कह रहा है, सम्मेलन के दौरान कश्मीरी पंडितों को बचाएं, फौज कश्मीरी पंडितों का मारना चाहते हैं और कश्मीरी आतंकियों और पाकिस्तान को दोष देना चाहते हैं.
डीजीपी ने बैठक में दिए थे सख्त निर्देश
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कश्मीर, विजय कुमार के साथ संभागीय आयुक्त, कश्मीर, विजय कुमार बिधूड़ी ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान किसी भी संभावित आतंकवादी हमले से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए काम करने को कहा है. पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) में फील्ड अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के दौरान पुलिस ने फैसला किया है जिसमें जी20 शिखर सम्मेलन की व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई है.
रात में गश्त बढ़ाने का दिया गया आदेश
सुरक्षा अधिकारियों को विशेष रूप से किसी भी आतंकवादी गतिविधि को रोकने के लिए रात के समय संयुक्त गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया. जबकि अधिकारियों को सलाह दी गई है कि वे नागरिक प्रशासन के साथ जमीनी स्तर पर तालमेल बना कर रखें. सभी मजिस्ट्रेटों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अफवाह फैलाने वालों की पहचान करें, यदि कोई हो, तो उसको काबू में करने के लिए उचित कानूनी कदम उठाएं.