Jammu Kashmir: घाटी में आतंक का 'शहबाज कनेक्शन', कुर्सी पर बैठते ही आतंकी घटनाओं की बौछार
जम्मू-कश्मीर में ताबड़तोड़ आतंकी घटनाएं इस बात के संकेत हैं कि घाटी में आतंकी बुरी तरह बौखला हुए हैं. जब पड़ताल की गई तो इसका सीधा कनेक्शन पाकिस्तान में हुए सियासी बदलाव से जुड़ता है.
जम्मू कश्मीर में पिछले करीब 10 दिनों से आतंक के ग्राफ में अचानक बढ़ोत्तरी हुई है. दो दिनों में जम्मू कश्मीर के बारामूला और सुंजवां में दो बड़ी आतंकी वारदात हुई, तो शुक्रवार शाम नौगाम में आतंकियों ने दो मजदूरों को गोली मारकर जख्मी कर दिया. जम्मू-कश्मीर में ताबड़तोड़ आतंकी घटनाएं इस बात के संकेत हैं कि घाटी में आतंकी बुरी तरह बौखला हुए हैं. इस बौखलाहट की जब पड़ताल की गई तो इसका सीधा कनेक्शन पाकिस्तान में हुए सियासी बदलाव से जुड़ता है. जहां 10 दिन पहले ही सरकार बदली और शहबाज शरीफ के पीएम पद कुर्सी पर बैठते ही घाटी में आतंकी वारदातों की बाढ़ सी आ गई. पाकिस्तान में शहबाज के कुर्सी पर बैठते ही कई आतंकी घटानाएं हुईं लेकिन सुरक्षाबलों ने आतंकियों के मंसूबे को नाकाम कर दिया.
जम्मू-कश्मीर में आतंक के ग्राफ में बढ़ोत्तरी
बारामूला में आतंकियों ने एक घर को अपना ठिकाना बनाया था और इसी का सहारा लेकर वो लगातार फायरिंग कर रहे थे. घर में छिपे आतंकियों की टोली में एक आतंकी नाबालिग था, इसके पिता ने रो-रोकर अपने बेटे को आतंक की राह पर ले जाने के लिए आतंकियों को कोसा. बाद में सुरक्षाबलों ने उस घर को ही उड़ा दिया जहां आतंकी छिपे थे. बारामूला में अभी बंदूकें थमी भी नहीं थी कि जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप के पास आतंकियों ने CISF की बस को निशाना बनाया. हालांकि सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से दोनों ही जगहों पर आतंकियों को उसके अंजाम तक पहुंचा दिया गया. शहबाज के पीएम बनने के बाद घाटी में हुई आतंकी वारदातों पर एक नजर डालते हैं.
शहबाज के कुर्सी पर बैठते ही घाटी में आतंकी घटनाओं की भरमार
11 अप्रैल- कुलगाम, अनंतनाग, बारामूला में आतंकी वारदात
13 अप्रैल- कुलगाम और डोडा में हमला
14 अप्रैल- शोपियां में आतंकी हमला
15 अप्रैल- बारामूला और राजौरी में वारदात
16 अप्रैल- अनंतनाग में आतंकी हमला
18 अप्रैल- पुलवामा और कुपवाड़ा में वारदात
19 अप्रैल- कुपवाड़ा में हथियार बरामद
21 अप्रैल- बारामूला में हमला
22 अप्रैल- जम्मू के सुंजवां में हमला
आतंक का शहबाज कनेक्शन- पाकिस्तान में शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री के रूप में 11 अप्रैल, 2022 को शपथ ली थी. कुर्सी पर बैठने के बाद जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी घटनाएं हुईं.
11 अप्रैल से आतंकी घटनाएं
आतंकी वारदात - 15
कुल आतंकी ढेर - 12
नागरिकों की मौत - 2
जवान शहीद - 03
कुल मिलाकर ये आंकड़े इस बात की ओर इशारा करते हैं कि शहबाज शरीफ के कुर्सी पर बैठते ही पाकिस्तान ने घाटी में आतंक का खेल किस तरह से नए सिरे शुरु किया है. फिलहाल भारतीय सुरक्षाबल के जवान काफी सतर्क हैं और आतंकियों के एक-एक चाल को नाकाम करने में जुटे हुए हैं.
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