Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की एक और नापाक हरकत सामने आई है. सीमा से सटे इलाके में पाकिस्तान ने ड्रोन की मदद से गोला बारूद गिराए. इसके साथ ही एक आतंकवादी भी मौत के घाट उतारा गया है. ये आतंकवादी आईईडी और स्नाइपर चलाने में एक्सपर्ट था.
ऑपरेशन में मारे गए आतंकवादी की पहचान क्वारी के रूप में हुई है. वो एक पाकिस्तानी नागरिक और कट्टर आतंकवादी था. उसे पाक और अफगान मोर्चे पर ट्रेनिंग दी गई. अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि वो लश्कर-ए-तैयबा का एक टॉप रैंक वाला आतंकवादी था जो कई मामलों में एक्सपर्ट था. क्वारी पिछले एक साल से अपने ग्रुप के साथ राजौरी-पुंछ में सक्रिय था. उसे डांगरी और कंडी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता है. उसे इलाके में फिर से आतंकवाद फैलाने के लिए भेजा गया था.
वहीं, ड्रोन से गिराए गए नौ ग्रेनेड और एक आईईडी समेत हथियार और विस्फोटक बरामद होने की जानकारी पुलिस ने दी. अधिकारियों ने बताया कि ये हथियार और विस्फोटक एक बक्से में बंद थे, जिन्हें एलओसी के निकट पालनवाला में सेना और पुलिस के संयुक्त तलाश अभियान के दौरान बरामद किया गया. अधिकारियों ने कहा कि बक्से देख कर संदेह हुआ और बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया. बक्से में से एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 38 कारतूस और नौ ग्रेनेड बरामद किए गए.
पुलिस कर रही मामले की जांच
उन्होंने बताया कि माना जाता है कि एक ड्रोन के जरिए आतंकवादियों के इस्तेमाल के लिए हथियारों की यह खेप गिराई गई थी. उन्होंने बताया कि जिस बक्से में हथियार और विस्फोटक सामग्री रखी गई थी, वह वैसा ही है जैसा पिछले दिनों नियंत्रण रेखा के पार मौजूद आतंकवादियों ने गिराया था. खौर थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू हो गई है.
राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़
वहीं, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में गुरुवार को भी आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी रही. इस मुठभेड़ में अब तक सेना के कैप्टन स्तर के दो अधिकारियों समेत चार जवान शहीद हो गये और दो अन्य घायल हैं. अधिकारियों ने बताया कि धर्मसाल इलाके के बाजीमाल इलाके में रात भर रुकने के बाद आज सुबह गोलीबारी फिर से शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षा बलों को शामिल करके रात भर इलाके की घेराबंदी की गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी इलाके से भाग न पाएं, क्योंकि ये घने जंगल का क्षेत्र है.
उन्होंने कहा कि रियासी-राजौरी-पुंछ का इलाका दुर्गम होने और सीमित सड़क संपर्क के कारण अभियान को अंजाम देने में कठिनाई हो रही है. बुधवार को राजौरी जिले में आतंकवादियों एवं सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में सेना के कैप्टन स्तर के दो अधिकारियों समेत चार जवान शहीद हो गये थे और दो अन्य घायल हुए. अधिकारियों ने कहा कि एक मेजर और एक अन्य जवान घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि घायलों को उधमपुर स्थित सैन्य अस्पताल ले भर्ती कराया गया है.
पुलिस ने बताया कि धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई. सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर रविवार को राजौरी के गुलाबगढ़ जंगल के कालाकोट इलाके में संयुक्त अभियान शुरू किया गया. इसमें कहा गया है कि 22 नवंबर को मुठभेड़ शुरू हुई.