Jammu Kashmir News: एक बड़ी सफलता में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार (16 जून) को उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) के पास एक मुठभेड़ में पांच आतंकवादियों को मार गिराया है. ये आंतकवादी रात के समय भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे.


जवानों ने मौके से भारी मात्रा में एके सीरीज की पांच राइफलें, मैगजीन और पाकिस्तानी निशान वाले दिन और रात में देखने वाले चश्मे बरामद किए. एलओसी के केरन सेक्टर में इस महीने घुसपैठ की यह दूसरी बड़ी कोशिश है. इससे पहले 13 जून को कुपवाड़ा जिले में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया था.


मुठभेड़ में पांच विदेशी आतंकवादी मारे गए
उत्तरी कश्मीर जिले में नियंत्रण रेखा के पास जुमागुंड क्षेत्र में एक विशेष इनपुट के आधार पर सुरक्षा बलों की ओर से एक अभियान शुरू करने के बाद सुबह मुठभेड़ शुरू हुई. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी), कश्मीर, विजय कुमार ने ट्विटर पर कहा, “मुठभेड़ में पांच विदेशी आतंकवादी मारे गए. इलाके में तलाशी चल रही है."


जनरल गिरीश कालिया जीओसी 28 माउंटेन डिवीजन (वज्र डिवीजन) ने आज यानी 16 जून की घुसपैठ की कोशिश के बारे में बोलते हुए कहा कि एलओसी पर भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच संघर्ष विराम के बावजूद, पाकिस्तानी सेना सक्रिय रूप से आतंकवादियों को पार करने में मदद कर रही है.


खुफिया एजेंसियों से मिले थे इनपुट
जनरल गिरीश कालिया ने कहा, 'ये ऑपरेशन स्पष्ट रूप से युद्ध का बदसूरत चेहरा और आतंकवादी समूहों के बुरे मंसूबों को उजागर करता है, जो घाटी में शांति को बाधित करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. यह दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम की समझ के लिए झूठी प्रतिबद्धता के मुखौटे को भी उजागर करता है.'


कुपवाड़ा के जंगिली ब्रिगेड मुख्यालय में ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए जनरल गिरीश कालिया ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार से आतंकवादियों की संभावित घुसपैठ के बारे में विभिन्न खुफिया एजेंसियों से बड़ी संख्या में खुफिया इनपुट प्राप्त हुए थे.


भारी हथियारों से लैस थे आतंकवादी
15 जून 2023 को, JKP से जुमागुंड नार के साथ संभावित घुसपैठ की एक विशिष्ट खुफिया सूचना प्राप्त हुई थी. भारतीय सेना और जेकेपी की ओर से संयुक्त अभियान 15/16 जून की रात को केरन सेक्टर में शुरू किया गया था, जिसमें संभावित रास्तों के साथ कई घात लगाए गए थे.


16 जून की रात को लगभग 1 बजे घात लगाकर हमला करने वाली टीमों ने एलओसी पार करते हुए पांच भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों को देखा. जवानों की ओर से सीमा पर लगी बाड़ के साथ आतंकवादियों को घेरा गया. गोलाबारी में घुसपैठ करने वाले पांच आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया. 


'पुलिस और सेना के बीच तालमेल का उदाहरण'
लेकिन अभी तक पुख्ता तौर पर यह साफ नहीं है कि गुसपैठ करने वाले आतंकी किस संगठन के है. जनरल गिरीश कालिया ने कहा, "आतंकवादियों की पहचान और उनके तंजीम संबद्धता का पता लगाया जा रहा है."


उन्होंने कहा, "यह सफल खुफिया-आधारित ऑपरेशन भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के बीच घनिष्ठ तालमेल का एक और उदाहरण है. क्योंकि दोनों दुश्मन के तरफ से कश्मीर में शांति और सद्भाव को बाधित करने के नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए दृढ़ हैं". 


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