Jammu Kashmir: पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pok) में सक्रिय जम्मू कश्मीर के स्थानीय आतंकियों के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय, जम्मू-कश्मीर पुलिस और खुफिया एजेंसी एक बड़े क्रैकडाउन की तैयारी कर रहे हैं.


एबीपी को मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय जल्द ही इन आतंकियों की लिस्ट तैयार कर इनके खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत मामले दर्ज कर न केवल इनकी संपत्ति जब्त करेगा बल्कि उनके बैंक खाते को भी फ्रीज किया जाएगा. 


क्या तैयारी हो रही है?


जल्द ही गृह मंत्रालय जम्मू-कश्मीर पुलिस और खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में खून बहाने के मकसद से पाकिस्तान और पीओके में एक्टिव स्थानीय आतंकियों के खिलाफ एक बड़े एक्शन की तैयारी में है. सूत्रों ने एबीपी को बताया है कि केंद्र सरकार ऐसे स्थानीय आतंकियों की एक सूची तैयार कर रही है. 


सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने यह कदम इसी साल 1 जनवरी को राजौरी के डांगरी में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया है. ऐसा करने वाले अब तक पकड़े नहीं गए. सूत्रों ने जानकारी दी कि जांच में साफ हुआ है कि यह हमला स्थानीय आतंकियों के इशारे पर किया गया हो सकता है. 


पीओके में कितने आतंकी है?


खुफिया एजेंसी के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस जम्मू के संवेदनशील इलाकों में ऐसे आतंकियों के बारे में पता कर रही है जो कि पिछले समय में पाकिस्तान या पीओके गए हों. अब तक की लिस्ट के मुताबिक जम्मू के डोडा जिले में सबसे अधिक 118 से 120 ऐसे आतंकी हैं जो पाकिस्तान या पीओके में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं.  


डोडा में एक्टिव इन आतंकियों में से 10 ऐसे आतंकी हैं जो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के बड़े कमांडर के रूप में पाकिस्तान में काम कर रहे हैं. एजेंसियों ने डोडा के बाद जम्मू के किश्तवाड़ जिले से 36 ऐसे आतंकियों की पहचान की है जो पाकिस्तान और पीओके में हैं. जम्मू के राजौरी और पुंछ जिले से भी सुरक्षा एजेंसी ने करीब दर्जन भर ऐसे आतंकियों की पहचान की है. 


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