Jammu Kashmir Police: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार (1 नवंबर) को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के तुरीगाम गांव में उस संपत्ति को जब्त कर लिया, जहां 2019 में डीएसपी अमन ठाकुर की हत्या कर दी गई थी. मुठभेड़ में जैश के 3 आतंकवादी मारे गए, जहां अमन ठाकुर एक घायल सेना के कर्नल की जान बचाते हुए शहीद हो गए थे.
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने तुरीगाम यारीपोरा गांव में संपत्ति जब्त कर ली थी और इसका स्वामित्व सनुल्लाह मीर नामक व्यक्ति के पास था और इसे सक्षम प्राधिकारी यूएलएपी अधिनियम के तहत कुर्क किया गया था.
कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर के एक आदेश के अनुसार, जिला पुलिस कुलगाम ने वित्त विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में घर को कुर्क कर लिया है. मुठभेड़ के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकवादी के मारे गए थे, जबकि सेना के 3 जवान भी घायल हुए थे.
पुलिस की वर्दी पहनने के जुनून में छोड़ दीं थीं दो सरकारी नौकरी
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, शहीद पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) ठाकुर जम्मू क्षेत्र के डोडा जिले के निवासी थे और 2011 बैच के जम्मू कश्मीर पुलिस सेवा के अधिकारी थे. शहीद अमन ठाकुर को पुलिस की वर्दी पहनने का इतना जुनून था कि उन्होंने दो सरकारी नौकरियां छोड़ दीं थीं. 30 वर्षीय ठाकुर को पहले समाज कल्याण विभाग में नौकरी मिली थी और बाद में सरकारी कॉलेज में लेक्चरर के रूप में नियुक्ति हुई थी. उन्होंने जूलॉजी में मास्टर डिग्री की थी.
'यारीपोरा के मेन चौक पर पुलिस पार्टी पर ग्रेनेड फेंका'
गौरतलब है कि 24 मई 2022 को भी यारीपोरा के मेन चौक पर आतंकियों ने एक पुलिस पार्टी को निशाना बनाया था और उन पर एक ग्रेनेड फेंका गया था. हालांकि, ग्रेनेड टारगेट से चूक गया था और पास की भीड़ में जाकर फट गया. इस दौरान 13 लोग भी घायल हुए थे. मामले को लेकर यारीपोरा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था.