Ramban Sinking: जम्मू-कश्मीर के रामबन में जमीन धंसने से 3 और घर क्षतिग्रस्त, 16 परिवार हुए बेघर
Jammu Kashmir Nature Disaster: जम्मू-कश्मीर से हाल फिलहाल में हिमस्खल और भूस्खलन की खबरें लगातार आ रही हैं. अब वहां के रामबन में जमीन धंस गई और कई परिवारों ने अपने घरों को खो दिया है.
Ramban Sinking: जम्मू-कश्मीर में हिमस्खलन और भूस्खलन इन दिनों कहर बरपा रहे हैं. राज्य के रामबन जिले के पहाड़ी दुक्सर दलवा गांव में तीन और रिहायशी घर और 33-केवी बिजली ट्रांसमिशन लाइन जमीन के धंसने की वजह से क्षतिग्रस्त हो गई. अब तक 16 परिवार बेघर हो गए हैं. तो वहीं, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) की एक टीम जमीन के अचानक धंसने के कारणों का पता लगाने के लिए 21 फरवरी को गांव का दौरा करने वाली है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रामबन के उपायुक्त मुसर्रत इस्लाम ने गांव का दौरा किया और प्रभावित परिवारों से बातचीत की. उन्होंने पीड़ित परिवारों को उनके पुनर्वास में प्रशासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने गूल सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट, तनवीर-उल-मजीद वानी को निर्देश दिया कि पीड़ितों को कम से कम समय में सहायता प्रदान की जाए. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारी को एसडीआरएफ के तहत युद्धस्तर पर क्षतिग्रस्त घरों को राहत पहुंचाने के लिए भी कहा.
पीड़ित परिवारों की जा रही मदद
उपायुक्त मुसर्रत इस्लाम ने कहा, ‘कुल 16 प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, साथ ही उन्हें टेंट, कंबल और बर्तन मुहैया कराए गए हैं. गांव में जमीन धंसने का काम शुक्रवार को शुरू हुआ और अब तक 16 घरों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें से रविवार और सोमवार की दरम्यान रात को दरारें आ गईं.
जीएसआई एक्सपर्ट करेंगे दौरा
अधिकारियों ने बताया कि जीएसआई एक्सपर्ट मंगलवार (21 फरवरी) को दुक्सर पहुंचेंगे जिससे कि जमीन के धंसने के कारणों का पता लगाया जा सके. तो वहीं, गूल में एक दर्जन पंचायतों को बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई थी, क्योंकि 33-केवी बिजली ट्रांसमिशन लाइन क्षतिग्रस्त हो गई. तो वहीं, उपायुक्त इस्लाम ने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए, अधिकारियों ने कहा, 33 केवी नेटवर्क को जल्दी से रिले करने के निर्देश दिए गए ताकि गूल को बिजली की आपूर्ति बहाल हो सके.
ये भी पढ़ें: Indian Army: कश्मीर से हटा ली जाएगी सेना? मंत्रालय स्तर पर चल रही है बातचीत, जानिए क्या है भारत सरकार का पूरा प्लान