जम्मू/श्रीनगर: आतंकी खतरे और अलगाववादियों के बहिष्कार की घोषणा के बावजूद कश्मीर में पंचायत चुनाव के पहले चरण में शनिवार को 64.5 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. जबकि जम्मू क्षेत्र में 79.5 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) शालीन काबरा ने कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव के पहले चरण के तहत शनिवार को 47 ब्लाकों में हुए मतदान में 74.1 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जिसमें कश्मीर में 16 ब्लाक, जम्मू में 21 ब्लाक और लद्दाख में 10 ब्लाक शामिल हैं.
काबरा ने कहा कि पुंछ जिले के मेंढर में मामूली झड़पों और पथराव की घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ. अधिकारी ने कहा कि तकनीकी गड़बड़ी के चलते किश्तवाड़ जिले के अथोली स्थित मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान का आदेश दिया गया है.
कश्मीर घाटी में ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत उल्लेखनीय रूप से अधिक था. जबकि हाल में हुए शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में मात्र चार प्रतिशत मतदान हुआ था. लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने के लिए कहने वाले अलगाववादियों ने शनिवार को हड़ताल आहूत की थी. प्रमुख क्षेत्रीय दलों नेशनल कान्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का निर्णय किया था.
अधिकारियों के अनुसार कश्मीर प्रभाग में कुल मतदान प्रतिशत 64.5 दर्ज किया गया क्योंकि घाटी में 1.63 लाख मतदाताओं में से 1.05 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि श्रीनगर जिले में 21.8 प्रतिशत, बडगाम में 30.14, कुपवाड़ा में 70 प्रतिशत, बारामुला में 69.1, बांदीपोरा में 56.2, लेह में 60 प्रतिशत और करगिल में 77.7 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि जम्मू डिविजन में कुल मतदान प्रतिशत 79.5 प्रतिशत था क्योंकि कुल 2.95 लाख मतदाताओं में से 2.35 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
जम्मू क्षेत्र में किश्तवाड़ में मतदान प्रतिशत 74.1, राजौरी में 78.9, पुंछ में 78.7 प्रतिशत, ऊधमपुर में 83.6 प्रतिशत, डोडा में 80.8, कठुआ में 80 प्रतिशत और रामबन में 78.2 प्रतिशत दर्ज किया गया. अधिकारियों ने कहा कि कश्मीर में कुल मतदाता 1,35,774 थे.
जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव के और आठ चरण होंगे. पहले चरण का मतदान 47 ब्लाक में हुआ जिसमें से 16 ब्लाक कश्मीर में और 21 ब्लाक जम्मू में तथा 10 लद्दाख क्षेत्र में थे.चुनाव दो वर्ष के विलंब से ऐसे समय हो रहा है जब राज्य में राज्यपाल शासन है। मतगणना 27 नवम्बर को होगी.
अधिकारियों ने बताया कि गुरूवार रात जम्मू कश्मीर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता और उनके भाई की किश्तवाड़ जिले में संदिग्ध आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. चुनाव से पहले 31 अक्टूबर को बीजेपी प्रदेश सचिव अनिल परिहार और उनके भाई अजीत की संदिग्ध आतंकवादियों ने किश्तवाड़ जिले में उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वे अपनी दुकान से लौट रहे थे.